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उत्तर प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों में मंगलवार सुबह 10 बजे से मॉक ड्रिल होगी। इसमें कोविड से निपटने को लेकर की गई तैयारियां जांची जाएंगी। इसके लिए संबंधित अस्पतालों में एक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। संबंधित नोडल अधिकारी मॉक ड्रिल में मिली खामियों से जुड़ी रिपोर्ट उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को सौंपेंगे। जहां कमियां पाई जाएंगी, वहां सप्ताह भर में दोबारा मॉक ड्रिल होगी।

प्रदेश के सभी अस्पतालों में कोविड को लेकर पुख्ता तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों में वार्ड आरक्षित कर दिए गए हैं। अगर कोविड मरीज बढ़ेंगे तो कोविड वार्ड में बेड संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसी तरह प्लांट से लेकर वार्ड में लगे बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई, वेंटिलेटर, दवाओं की व्यवस्था आदि की भी व्यवस्था की गई है। इन व्यवस्थाओं की सक्रियता की सच्चाई जांचने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल की जाएगी।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि मॉक ड्रिल से कमियों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। कोविड के मामले में बनी राज्य सलाहकार समिति ने भी अपनी रिपोर्ट में मॉक ड्रिल को जरूरी बताया है। मॉक ड्रिल में मिली खामियों को सप्ताह भर में दूर कर दिया जाएगा। उसी आधार पर दूसरे अस्पतालों में भी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी। जिन अस्पतालों में कमियां मिलेंगी, वहां सप्ताह भर बाद दोबारा मॉक ड्रिल होगी। यदि दूसरी बार भी कमियां रह जाती हैं तो उसके कारणों की पड़ताल की जाएगी। उन जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी, जिनकी वजह से बार-बार खामियां छूट जा रही हैं।