जम्मू,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : कश्मीर में सख्ती के बाद आतंकी अब पंजाब से अपना नेटवर्क चला रहे हैं। हमला करने, हथियार मुहैया कराने, नए आतंकी ठिकाने बनाने या आतंकियों के लिए पैसा जुटाने की साजिश पंजाब में रची जा रही है।खुफिया एजेंसियां भी आतंकियों की इस नई रणनीति को लेकर सतर्क हैं। यही कारण है कि पंजाब की तर्ज पर जम्मू कश्मीर में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स बना दी गई है।

जो आतंकवाद और ड्रग्स के नेटवर्क को ध्वस्त करने में काम करेगा।खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि कश्मीर के लगभग 50 ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय हैं जो वहां बैठकर साजिश रच रहे हैं। पैसा जुटाने के लिए कश्मीर से पंजाब में बड़े स्तर पर हेरोइन, भुक्की, चरस आदि भी भेजी जा रही है।बड़े आतंकी भी पंजाब में बैठे ओजी वर्करों के लगातार संपर्क में हैंकश्मीर में मौजूद तमाम बड़े आतंकी भी पंजाब में बैठे ओजी वर्करों के लगातार संपर्क में हैं।

खुफिया एजेंसी के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि कश्मीर के ओजी वर्कर पंजाब में सक्रिय हैं। पंजाब के कुछ इलाकों को वह ट्रांजिट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां से आतंकियों के लिए हथियार जमा करने और पैसा एकत्र करने का काम हो रहा है।पंजाब के तरनतारन में इसी साल ड्रोन से भेजे हथियार बरामद हुए। हथियारों को भेजने में कश्मीर के एक आतंकी का भी हाथ था। दो साल पहले निरंकारी भवन पर हुए आतंकी हमले में जाकिर मूसा का हाथ था।

इसके बाद भी मूसा के नाम के पोस्टर पंजाब में दिखे। इसी साल नगरोटा में आतंकी हमले में पकड़े ओजी वर्कर ने बताया कि उसने पंजाब जाकर हमले की साजिश रची थी। इसके बाद जब रियाज नायकू मारा गया। तब भी पता चला कि रियाज पंजाब के नशा तस्करों से संपर्क में था।