देश में जारी किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के किसानों से बातचीत करेंगे। देश के कुछ किसानों और संगठनों की ओर से दिल्ली में किए जा रहे आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर दो बजे मध्य प्रदेश के किसानों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों से संवाद करेंगे।

इस दौरान वह कृषि कानूनों को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर एक बार फिर स्थिति साफ कर सकते हैं। किसान सम्मेलन पूरे प्रदेश में आयोजित किए जाएंगे, लेकिन राज्य स्तरीय कार्यक्रम रायसेन में होगा, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी हिस्सा लेंगे।

यहां से प्रदेश के करीब 35.50 लाख किसानों के बैंक खातों में अतिवृष्टि और कीट व्याधि से हुए खरीफ फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए 1,600 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता ट्रांसफर की जाएगी। इस दौरान शिवराज सिंह भी किसानों को संबोधित करेंगे। सम्मेलनों की तैयारी को लेकर उन्होंने गुरुवार को सभी कलेक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बैठक करके आवश्यक निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को बताया कि प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर की जाएगी। सम्मेलन में किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड देने के साथ अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। रायसेन में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन में 20 हजार किसान हिस्सा लेंगे। वहीं, जिला और ब्लाक स्तर पर भी सम्मेलन होंगे।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने एक संबोधन में कहा था कि किसानों को साजिश के तहत गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने बिना कांग्रेस का नाम लिए कहा कि विपक्ष किसानों के कंधों पर रखकर बंदूक चला रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के आसपास जमा हुए किसानों को साजिश के तहत गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में रहते हुए किसानों का भला नहीं कर पाए वे अब उन्हें गुमराह कर भ्रमित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं दोहराना चाहता हूं कि मेरी सरकार किसानों की सभी आशंकाओं का समाधान करने के लिए 24 घंटे तैयार है।