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चंडीगढ़, 30 सितम्बर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य में वन एवं वन्य जीवों का संरक्षण करते हुए विकास-योजनाओं को आगे बढ़ाना है।

मुख्यमंत्री आज यहां “स्टेट बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ” की 7वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पंचकूला जिला में स्थित चंडी मंदिर से लेकर हिमाचल प्रदेश के बद्दी तक बनने वाली नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन की मंजूरी देते हुए केंद्र सरकार को “वाइल्डलाइफ क्लीयरेंस” के लिए भेजने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन के निर्माण से रेलवे के द्वारा पंचकुला और बद्दी , जो कि हिमाचल प्रदेश का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, के बीच माल की ढुलाई में आसानी होगी और क्षेत्र में अधिक विकास होने के अवसर पैदा होंगे।

बैठक में गुरुग्राम जिला के गांव ढोरका में “अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग” के दो प्रोजेक्ट्स को भी मंजूरी दी गई।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण अपने आप में जंगली पौधों और जंगली प्रजातियों एवं उनके आवास की रक्षा करने का एक जटिल और संवेदनशील कार्य है। वन्य-जीवन धरती माता के सभी पारिस्थितिक घटकों के बीच संतुलन बनाए रखने का आधार है। वन्यजीव संरक्षण इसलिए भी जरुरी है कि मनुष्य की आने वाली पीढ़ियां  प्रकृति का आनंद ले सकें। वन्यजीवों पर बढ़ते मानव दबाव के बावजूद हमें न केवल वन्यजीवों को बढ़ाना है बल्कि इसे इसके वर्तमान स्वरूप में संरक्षित करना भी  है। ग्लोबल वार्मिंग, अनियमित वर्षा, बार-बार पड़ने वाले सूखे के कारण वन्यजीव खतरे में हैं, जो हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन की अभिव्यक्ति हैं।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार न केवल राज्य में अद्वितीय वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए भी समान रूप से प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग, सामजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल, प्रिंसिपल चीफ कन्ज़रवेटर ऑफ़ फॉरेस्ट श्री जगदीश चंद्र समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे