शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :कांग्रेस के बरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की बजह से फंसे पड़े  जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए इसके निराकरण और इन्हें इनके घर पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक पत्र लिखा हैं।  वीरभद्र सिंह ने कहा है कि कोविड 19 की बजह से  राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन के चलते प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के किसानों व बागवानों को  अपना बागवानी व कृषि कार्य करने का बहुत थोड़ा समय ही मिल पाता है।बर्फबारी की बजह से यह क्षेत्र शेष हिमाचल से पूरी तरह कट जाता है, जबकि यहां के लोगों की आय का मुख्य साधन एकमात्र यही है। जनजातीय क्षेत्रों के लोग लॉक डाउन की बजह से अपने इन जनजातीय क्षेत्रों में अपने घर नही जा पा रहें है। वीरभद्र सिंह ने पत्र में लिखा है कि ठंड के दिनों में जनजातीय क्षेत्र के अधिकतर लोग प्रदेश के निचले क्षेत्रों में आ जाते है,और मार्च,अप्रैल में वापिस अपने घरों की ओर रुख करते है। चम्बा जिला के पांगी,भरमौर के लोग कांगड़ा जिला में,लहुलस्पिति के लोग कुल्लू और किन्नौर के लोग शिमला, सोलन आ जाते है,जबकि इन क्षेत्रों के बच्चे प्रदेश के निचले क्षेत्रों के साथ साथ चंडीगढ़,दिल्ली,जालन्धर व देश के अन्य शहरों में शिक्षा दीक्षा के लिए जाते है। लॉक डाउन की बजह से यह लोग इन जगहों में अभी तक फंसे पड़े हैं।उन्होंने कहा है कि देश मे 22 मार्च से चला लॉक डाउन अभी 3 मई तक निर्धारित है पर आगे  इसकी क्या स्थिति बनती है कुछ नही कहा जा सकता। इसलिए इन लोगों को अपनी खेती की चिंता सता रही है। वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इन लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए  परिवहन निगम की विशेष बसों को प्रबंध करने और इन्हें लाने की विशेष व्यवस्था करने को कहा है।उन्होंने कहा है कि प्रदेश के अन्य लोग जो भी अन्य राज्यों में लॉक डाउन की बजह से फंसे पड़े है,उन्हें भी सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की तुरंत कोई सरकारी व्यवस्था की  जानी चाहिए।