शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाने के बाद राज्य महिला आयोग ने भी कडा संज्ञान लिया है। आयोग की सदस्य सचिव ने राष्ट्रीय महिला आयोग और महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव को पत्र लिखकर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। गुजारिश की गई है कि कार्रवाई के साथ ही मामले में एक्शन टेकन रिपोर्ट की एक प्रति भी मुहैया करवाई जाए। बॉलीवुड क्वीन कंगना रणौत और शिवसेना की लड़ाई में अब हिमाचल सरकार भी कूद गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कंगना के घर व दफ्तर पर की गई कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

 

साथ ही महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह अब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, उससे साफ है कि महाराष्ट्र सरकार हिमाचल की बेटी के खिलाफ जानबूझ कर काम कर रही है। अभिव्यक्ति की आजादी सभी को है लेकिन कहा कि कंगना के ट्वीट एक नेता के गलत बयानी की प्रतिक्रिया भर है। शिवसेना के नेता गलत शब्दों का प्रयोग करने के बाद ताकत का दुरुपयोग कर कंगना को परेशान कर देश और हिमाचल की बेटी और उसके समर्थन में खड़े लोगों का अपमान कर रही है।

वहीं, भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने गुरुवार को कांग्रेस दफ्तर और उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नारे लगाए गए। शिमला में प्रियंका गांधी का आवास तोड़ने का सरकार से आग्रह किया गया। हालांकि, महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने कहा कि उन्होंने यह धरना शिमला की कई एनजीओ के बैनर तले दिया है। इसका नेतृत्व भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष रश्मिधर सूद ने ही किया। इस दौरान उपायुक्त को भी ज्ञापन सौंपा गया।