पिसावां (सीतापुर), थाना क्षेत्र में लगभग चार माह पहले सिर कूच कर हुए जितेन्द्र हत्याकांड का खुलासा कर पिसावां पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने घटना से जुड़े आलाकत्ल बरामद कर घटना में शामिल अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मालूम हो कि लगभग चार माह पहले फरवरी माह में थाना क्षेत्र के अकोहरा गाँव के बाहर एक युवक का शव क्षत विक्षत स्थित में पड़ा मिला था। जिसकी पहचान मूल निवासी गैर जनपद लखीमपुर खीरी के मैगलगंज कस्बा निवासी जितेंद्र के रूप में पुलिस द्वारा की गई थी। जितेंद्र कुछ वर्षो से पिसावां थाना क्षेत्र के अकोहरा गाँव निवासी मौसा हरिनाम के वहां रह रहा था।

जितेन्द्र महोली जाने की बात कह घर से गया था। उसके बाद जब काफी देर तक वह वापस घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरु की। इसी बीच गाँव के बाहर जितेन्द्र का शव पड़े होने की सूचना घर वालों को मिली। घटना को लेकर पुलिस ने काफ ी गहन जांच पड़ताल भी की। इसी कड़ी में कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ भी की इसी क्रम में पुलिस ने भकुरहा पुल से तीन अभियुक्तों रमाकांत उर्फ सेठ पुत्र परशुराम निवासी मोहल्ला मिश्राना थाना पिहानी हरदोई, छोटे उर्फ नजफ अली पुत्र हामिद अली निवासी दहरिया थाना पिहानी हरदोई व विमलेश पुत्र सोबरन लाल निवासी कचनारी थाना टडियावां जनपद हरदोई को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान तीनों ने जितेंद्र की हत्या किए जाने की बात को स्वीकार कर लिया है। अभियुक्तों की निशान देही पर पुलिस ने आला कत्ल तीन डण्डों को बरामद कर लिया है।
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जुएं में जीती हुई रकम को लेकर हुए विवाद में की गई थी हत्या। क्षेत्र में जिस बात को लेकर चर्चाओं का माहौल गर्म था आखिर हुआ भी वहीं जुएं में जीती हुई सात हजार की रकम को लेकर हुए विवाद में जितेन्द्र की हत्या किए जाना अभियुक्तों ने स्वीकार किया है। चूंकि जितेंद्र जुएं का आदी था। वह अक्सर गाँव के बाहर लगे फड़ पर जुआं खेलने जाया करता था। जब जितेंद्र की हत्या की खबर की चर्चा क्षेत्र में फैली थी तो क्षेत्र में जुएं का कारण ही घटना का होना को लेकर चर्चाए शुरु हुई थी।