चंडीगढ़ ,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हालात के मारे ग़रीब मजदूरों पर लाठी बरसाना अमानवीय है। सरकार को इस मुश्किल दौर में मजदूरों से संवेदना के साथ पेश आना चाहिए। सरकार को कोशिश करनी चाहिए कि किसी मजदूर को यहां से पलायन ना करना पड़े। उनके लिए रहने, खाने-पीने,तुरंत राहत राशि या रोजगार की व्यवस्था की जाए। अगर सरकार ऐसा करने में सक्षम नहीं है या गरीब मज़दूर घर जाना चाहते है तो प्रवासियों के घर जाने का उचित बंदोबस्त किया जाना चाहिए। लेकिन सरकार ऐसा करने में भी सक्षम नज़र नहीं आ रही है और मजदूरों को पैदल ही सैंकड़ों किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। इनके लिए बस या ट्रेन चलाने की बजाए सरकार इनपर लाठियां चला रही है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है। महामारी की सबसे ज़्यादा मार इन ग़रीब मजदूरों पर ही पड़ी है। इसलिए सरकार को इनके प्रति अपनी प्रशासनिक और मानवीय दोनों जिम्मेदारियां निभानी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने एक और गंभीर मुद्दे की तरफ सरकार का ध्यान खींचते हुए आग्रह किया कि गुड़गांव, और दूसरे कई ज़िलों से ज्यादातर कोरोना मरीजों को पीजीआई रोहतक रेफर किया जा रहा है। इससे पीजीआई पर दबाव बढ़ता जा रहा है। दूसरी बीमारियों का इलाज सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। इसलिए सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोरोना मरीजों को आसपास के ही अस्पतालों में इलाज मिले। इससे संक्रमण का ख़तरा भी कम होगा और मरीजों को परेशानी भी नहीं होगी।
गुड़गांव में कई बड़े-बड़े सरकारी और प्राइवेट अस्पताल हैं।लेकिन संक्रमित मरीज़ों को दूसरे जिलो में रेफर किया जा रहा है। जिससे अन्य जिलों में भी लगातार केस बढ़ रहे हैं । मेवात , करनाल और खानपुर समेत प्रदेश में कई मेडिकल कॉलेज हैं। हर जगह कोरोना के इलाज की सुविधाओं को बढ़ाना ज़रूरी है। हालात को देखते हुए लगता है कि कोरोना से लड़ाई अभी लंबी चलेगी। इसलिए सरकार स्वास्थ सेवाओं और सुविधाओं इज़ाफा करे। ताकी कोरोना के साथ दूसरी बीमारियों का इलाज भी जारी रह सके और मरीजों को दूसरे प्रदेशों में ना जाना पड़े। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को ज़रूरत पड़ने पर प्राइवेट हॉस्पिटल्स को कोविड-19 के लिए बदलने में गुरेज नहीं करना चाहिए।