Shimla,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने प्रदेश में कोरोना महामारी को लेकर लॉक डाउन के चलते लोगों की समस्याओं और उनके निदान बारे कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उनके क्षेत्रों की पूरी जानकारी ली।उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान के दिशानिर्देश का सही ढंग से पालन करते हुए प्रभावित लोगों व आम लोगों की पूरी सहायता की जाए।उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहलें ही इस महामारी को लेकर केंद्र सरकार को चेताया भी था और अगर केंद्र ने उस समय इस पर ध्यान दिया होता तो आज यह भयानक स्थिति न होती।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोरोना को लेकर किये जा रहें समाजिक कार्यो की प्रसंसा करते हुए कहा कि सभी को एकजुट होकर इस महामारी से देश, प्रदेश को निपटना है।उन्होंने ब्लॉक अध्यक्षों का आह्वान किया कि समाज में किसी भी प्रकार का कोई विघटन न हो,कोई हिंसा न फैले,न ही कोई आपसी मतभेद पैदा हो इसपर उन्हें अपनी कड़ी नजर रखनी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस दौरान कहा कि देश प्रदेश में पहले चरण का 21 दिनों का लॉक डाउन कल समाप्त हो रहा है,और सम्भावित दूसरे चरण का लॉक डाउन 15 अप्रैल से शुरू हो सकता है।उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनके भागों में पिछले 21 दिनों से लॉक डाउन की बजह से बहुत से लोग फंसे पड़े है इनकी पूरी मदद की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि उन्हें अपने अपने ब्लॉक में आवश्यक वस्तुओं की कमी पर नज़र रखते हुए प्रशासन के साथ तालमेल कर किसी भी समस्या का समय रहते दूर करने में अपना पूरा सहयोग देना है।
राठौर ने कहा कि उन्हें 25,25 लोगों की एक एक चेन बना कर लोगों को इस महामारी के प्रति सजग करना है।उन्होंने कहा कि किसी भी राहत कार्य मे अगर उन्हें कोई कमी नजर आती है तो वह तुरन्त इसकी पूरी जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आपदा सैल के साथ उन्हें भी दे,जिससे समय पर समस्या का समाधान किया जा सकें।
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष के साथ महासचिव रजनीश किमटा, सोशल मीडिया के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक राणा विशेष तौर पर मौजूद थे।अभिषेक राणा ने बताया की आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में तकनीकी खराबी की बजह से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के 14 ब्लॉक अध्यक्षो से ही सम्पर्क हो सका।उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल को कांगड़ा,15 को मंडी व 16 अप्रैल को शिमला संसदीय क्षेत्र के पार्टी ब्लॉक अध्यक्षो के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उनके क्षेत्रों की वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी ली जाएगी।