पंचकूला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): दुनिया में भारत एक ऐसा देश है जिसने अपनी संस्कृति , आपसी भाईचारे व धार्मिक भावनाओं को लेकर दुनिया में परचम लहराया हुआ था पर आज देश की आवाम अपने ही आजाद भारत में गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर हो रखी है यह बात अन्तर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन के हिमाचल कोडिनेटर यतीश शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही
उन्होंने कहा कि सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत देश को मुगलों , अंग्रेजो ने देश को खोखला बना गुलामी की जंजीरों में कैद कर लिया अपनी क्रूरता की जितनी हदे थी उसे पार कर देश की आवाम पर बरसाई जो समंझ भी आती है हमारा इतिहास भी उसकी गवाही देता है लेकिन उस समय देश के शूरवीरों ने हिन्दू , मुस्लिम ,सिख ,ईसाई ने जातपात को दरकिनार कर अपनी जान की परवाह किये बिना आजादी की जंग लड़ी ओर एकता की मिसाल कायम कर देश को उनके चंगुल से आजाद करवाया
यतीश शर्मा ने कहा हैरत की बात तो अब होती है कि आजाद देश भारत की आवाम सत्ताधारी सरकारों व राजनेताओं की खिचड़ी इस देश में इतनी फेल चुकी है कि आवाम सोचकर हैरान होती है कि वे सच मे आजाद है या आजाद देश गुलाम के बाशिंदे आखिर क्यों लोकतन्त्र कहाँ छुप गया जिन राजनेताओं को हमने सत्ताधारी बनाया वो ही अपने राजतन्त्र से देश की आवाम पर कहर बरसा रही है
उन्होंने कहा कि आज देश के जो हालात है उस से देश का हर वर्ग चाहे वो किसान , उद्योगपति , सैनिक , नोजवान ,महिलाएं आदि सभी सत्ताधारी नेताओं के राजतन्त्र में पीस रहें है हम सब देश वासियों को एकजुट हो सविधान के तहत अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ राजतन्त्र का खात्मा ओर लोकतन्त्र को जीवित करना है जिसके लिए अन्तर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन हर उस पीड़ित देश वासियों के साथ हर कदम पर सँघर्ष करता आया है और करता रहेगा