शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):   हिमाचल में विधायक क्षेत्र विकास निधि बहाल कर दी गई है। विधायकों को 50-50 लाख रुपये जारी किए जाएंगे। अक्तूबर महीने के बाद इस निधि के 25 लाख रुपये जारी किए जाएंगे, 25 लाख पंचायत चुनाव के बाद देंगे। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि नवंबर में पंचायत चुनाव की आचार संहिता लग सकती है। विधायकों के आग्रह के बाद ही यह निर्णय लिया गया है। कोरोना काल में इस निधि को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मानसून सत्र के अंतिम और दसवें दिन शुक्रवार को सदन में अपने वक्तव्य में कहा कि विधायक एक चुना हुआ प्रतिनिधि होता है और स्वभाविक रूप से चुने हुए प्रतिनिधियों की अपने-अपने क्षेत्रों के लिए जिम्मेवारियां होती हैं। विधायक के नाते वह अपने क्षेत्र के लोगों की मदद कर सके, उस दृष्टि से बहुत सी व्यवस्थाएं निर्धारित हैं। उन व्यवस्थाओं का पालन करते हुए विधायक अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम करता है। लंबे समय से जब विधायक चुनकर आता है तो क्षेत्र के लोगों की बहुत सी अपेक्षाएं होती हैं। वे तभी सफल होंगे जब उनके पास फंड या निधि की व्यवस्था होगी। सीएम ने कहा कि पिछले दौर में हमने बजट सत्र के दौरान विधायक निधि में बढ़ोतरी की। सीएम ने कहा कि इस बार भी डेढ़ करोड़ से बढाकर पौने दो करोड़ रुपये की गई। 25 लाख की बढ़ोतरी की गई।