हाई कोर्ट ने डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए सरकार को इस मामले में मंगलवार तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। इधर सरकार ने कोर्ट को बताया है कि हल्द्वानी में डेंगू पर नियंत्रण पा लिया गया है, इस पर कोर्ट ने रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

सोमवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में यूथ बार एसोसिएशन की जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका में कहा गया कि राज्य में डेंगू की वजह से तमाम लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम द्वारा इसकी रोकथाम के लिए जो कदम उठाए गए हैं, वह पर्याप्त नहीं हैं। याचिकाकर्ता ने डेंगू की रोकथाम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन करने, बोर्ड में अनुभवी डॉक्टरों की तैनाती करने की मांग की है, ताकि सभी पीडि़तों की जांच हो सके और उन्हें समय पर उपचार मिल सके। याचिका में डेंगू से दिवंगत हो चुके मरीजों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की गई है। खंडपीठ ने मामले में सुनवाई करते हुए सरकार को मंगलवार तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।

रुद्रपुर में डेंगू से युवक की मौत

डेंगू का प्रकोप ठंड शुरू होने पर भी बरकरार है। सोमवार को डेंगू के इलाज के दौरान एक और युवक की मौत हो गई है। मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मचा है। इधर, शहर में बढ़ रही डेंगू की बीमारी से लोगों में स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को लेकर गुस्सा व्याप्त है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।डेंगू के प्रकोप ने स्वास्थ विभाग और नगर निगम के दावों के पोल परत दर परत खोल कर रख दिया है। रुद्रपुर, भूतबंगला निवासी 38 वर्षीय संजू पुत्र जगदीश यहां रुद्रपुर नगर निगम में सफाई विभाग में सुपरवाइजर पद पर कार्यरत था। पिछले कई दिनों से बुखार आ रहा था। इलाज के दौरान उसे पता चला कि वह डेंगू की चपेट में है। रविवार रात तबियत अचानक बिगड़ जाने पर परिजनों ने उसे शहर के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां हालत गंभीर देखते हुए उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे बरेली के राम मूर्ति चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।