भाजपा ने कांग्रेस महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के गुरुवार को विधानसभा के समीप धरने व उपवास को राजनीतिक नाटक करार दिया। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि कांग्रेस के अंदर रायता फैला हुआ है।

उन्होंने कहा कि इस धरने के बारे में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मीडिया से मिली। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया में पोस्ट डाली कि हरीश रावत ने उन्हें फोन कर धरने पर आने का अनुरोध किया किंतु वे अन्यत्र व्यस्त हैं।

उन्होंने कहा कि धरने के दौरान ही हरीश रावत ने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि उनकी पार्टी में तालमेल कम है। इसलिए वे कांग्रेस नेताओं को एनसीसी व कांग्रेस सेवा दल से प्रशिक्षण दिलाएंगे और लेफ्ट राइट कराएंगे।

गन्ना किसानों के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में गन्ना क्षेत्रफल 84956 से बढ़कर 86053 हेक्टेयर हो गया है। चीनी उत्पादन 34.55 लाख कुंतल से बढ़कर 41.69 कुंतल हो गया है। रिकवरी प्रतिशत भी 9.86 से बढ़कर 10.19 प्रतिशत हो गया है।

सदन में उठा कैबिनेट निर्णयों का मसला

कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने सदन में व्यवस्था का प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि इस समय सत्र चल रहा है। परंपरा यह है कि यदि इस दौरान कैबिनेट होती है तो निर्णय मीडिया के जरिये सार्वजनिक नहीं होते। निर्णय पहले सदन में बताए जाते हैं। वह इस पर आपत्ति दर्ज करते हैं। इस पर संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि किसी को कोई जानकारी नहीं दी गई और मीडिया की खबरों पर सदन में संज्ञान नहीं लिया जाता।