शिमला,विजयेन्द्र दत्त गौतम:हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध चेरी लोवर हाइट की इसी महीने के अंत तक तैयार होने के साथ ही इसके उत्पादकों में अपनी  फ़सल को लेकर चिंता भी छाने लगी है।चेरी बागवानों को इसके पेकिंग और डिब्बों के न मिलने की चिंता ने इनकी मुश्किलें बढ़ा दी है।प्रदेश सरकार की ओर से इन्हें अब तक कोई भी सहायता या आश्वासन न मिलने से यह बागवान सरकारी रुबाये से दुःखी है।

 

कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर इनकी चिंताओं से अबगत करवाते हुए कहा है कि प्रदेश का एक बड़ा क्षेत्र लोकप्रिय चेरी का बड़े पैमाने पर उत्पादन करता है।कुछ बागवानों की तो इसी फ़सल से साल भर की आजीविका चलती है।

 

राठौर ने कहा है कि  कोरोना महामारी के चलते देश प्रदेश में आद्योगिक इकाइयां बंद पड़ने के कारण इसकी पैकेजिंग का कोई भी सामान बागवानों को नही मिल रहा है।उन्होंने कहा है कि चेरी की फ़सल बहुत थोड़े समय के लिए ही टिक पाती है,इसलिए इसे पकने के तुरन्त बाद बाजार में भेजने का पूरा प्रबन्ध करना पड़ता है।

 

राठौर ने प्रदेश सरकार से इन बागवानों के लिए पैकेजिंग के लिए डिब्बों का प्रबंध करने की मांग करते हुए कहा है कि अगर सरकार इस समय इसका प्रवंध करने में असमर्थ है तो उन्हें तुरन्त ही एचपीएमसी या हिम्फेड के द्वारा 25 अप्रैल से पूर्व खरीद कर बागवानों को जल्द उपलब्ध करवाने चाहिए।उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें यह समय पर उपलब्ध नहीं हुए तो चेरी बागवानों को भारी आर्थिक नुकसान  सहना पड़ेगा।उनकी आर्थिक स्थिति पर भी विपरीत असर पड़ेगा।

 

राठौर ने प्रदेश सरकार से चेरी बागवानों के हितों की रक्षा के लिए चेरी को मंडी मदस्थ योजना के तहत लाने की मांग करते हुए कहा है कि चेरी बागवानों को भी उनकी फ़सल का न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान किया जाना चाहिए।