नई दिल्ली,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : कोरेाना वायरस से निपटने और लॉकडाउन की स्थिति में सुधार के लिए मंगलवार को स्वािस्य्गं और गृह मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस हुई। इस मौके पर गृह मंत्रालय की संयुक्तग सचिव पुण्यय सलिला श्रीवास्तकव ने कहा कि दुकान पर एक साथ पांच लोग से ज्यारदा नहीं हो सकेंगे। विवाह में 50 लोग से ज्यानदा लोग शामिल नहीं हो सकते हैं। अंतिम संस्कासर में 20 से ज्या दा लोग शामिल नही हो सकते हैं। हर किसी को मास्क लगाना जरूरी है। सार्वजनिक जगहों पर एक दूसरे के बीच दो गज दूरी जरूरी है। उन्होंवने कहा कि विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने की प्रकिया 7 मई से शुरू होगी। भारत आने के बाद सबको हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। करीब 70 हजार प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए अब तक 62 विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं। मंगलवार को 13 और विशेष ट्रेनें चलने की उम्मीद है। उन्हों ने कहा कि दफ्तरों में बड़ी बैठकों को टाला जाए। अभी जो कार्यालय चालू हैं, उन्हें कर्मचारियों की थर्मल स्कैनिंग सुनिश्चित करनी चाहिए। प्रभारी को फेस मास्क और सैनिटाइटर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए। शारीरिक दूरी के मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए। कर्मचारियों को आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीकृत होना चाहिए। इस मौके पर स्वा स्य्ु मंत्रालय के संयुक्तक सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में हम देखें तो 1020 लोग ठीक हुए हैं, जिससे ठीक होने वालों की संख्या 12726 हो गई है, अब रिकवरी रेट 27.41 % हो गया है। देश के अब तक 46, 433 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। 24 घंटे में कोरोना के 3900 से ज्याॉदा केस सामने आए हैं। अब तक 1568 लोगों की मौत हो चुकी है। 24 घंटे में 195 लोगों की मौत हुई है।उन्होंटने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में आज मंत्री समूह की बैठक हुई। कोरोना के मामलों के दोगुने होने की दर फिलहाल 12 है। 1-2 जगहों पर काफी संख्या में मौतें हुई हैं, इस वजह से मौतों की संख्या में तेजी आई है।उन्होंहने कहा कि COVID-19 मामलों की समय पर रिपोर्टिंग और प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। हमने कुछ राज्यों में अंतराल पाया गया। ये राज्यन समझाने बुझाने के बाद जानकारी देने के लिए तैयार हो गए हैं।हमने कुछ राज्यों को मना लिया क्योंकि उनके द्वारा समय पर कोरोना वायरस के मामलों / मौतों की रिपोर्ट प्राप्त नहीं कर रहे थे, जिसके बाद मामले सामने आए हैं और आज मृत्यु के मामलों में वृद्धि देखी जा सकती है। उन्हों ने कहा कि हमें यह भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि लोग सरकारी और निजी दोनों ही सुविधाओं में गैर कोविड 19 स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करते रहें। गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए भी सेवाएं सुचारू रूप से चलनी चाहिए।