Reporter,(R.Santosh):

– जिलेवार वर्षा की खेती के लिए पतले धान के खेतों का प्रावधान

– राज्य में पतली ढलान किस हद तक उपलब्ध हैं, इस पर तत्काल रिपोर्ट करें
– मुख्यमंत्री के निर्देश पर खेती की मात्रा बढ़ाई जानी चाहिए
– किसानों को चावल की खेती से शैवाल की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए
– किसानों को चावल के विकल्प के रूप में अन्य फसलों की खेती के उपाय करने चाहिए
– पिछले साल 40 लाख एकड़ धान के खेतों में चावल की खेती की गई थी, जिसमें 23 लाख एकड़ में खेती की गई थी
– इस बार खेती के लिए 30 से 35 लाख एकड़ जमीन चाहिए
– खेती करने के लिए आगे आने वाले सभी किसानों को पतले फार्म उपलब्ध कराए जाएं
– कृषि विश्वविद्यालय से उत्पादकों को तकनीकी सलाह देना
– राज्य के कृषि मंत्री सिंगिरारेड्डी निरंजन रेड्डी, कृषि विभाग के मुख्य सचिव जनार्दन रेड्डी, आचार्य जयशंकर कृषि विश्वविद्यालय वी। प्रवीण राव, बीज विकास बोर्ड के अध्यक्ष