शिमला ,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : अखिल भारतीय असंगठित कामगार कांग्रेस हिप्र के महासचिव राजीव राणा ने कहा कि लाक डाउन में प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा सरकार के बेहतर प्रबंधन पर नसीहतें देना हास्यास्पद है | जबकि प्रबंधन प्रणाली में असमंजस की स्थिति है | उन्होंने कहा कि भारत सरकार की एडवाईजरी में कर्मचारियों को नौकरी से न निकालकर उन्हें वेतन अदायगी करना सुनिश्चित किया गया है | लेकिन खुद हिप्र राज्य प्रशासन के अंतर्गत प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर इस एडवाईजरी का उलंघन किया गया है | उन्होंने कहा कि आज मजदूरों की आर्थिक स्थिति पर हिप्र सरकार एक बार फिर से सवालिया कठघरे में आ खड़ी हुई है | उन्होंने कहा कि सरकार की दोहरी नीति का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि एक ओर तो गरीब कामगारों की वेतन अदायगी और रोजगार सुनिश्चित किए जाने के दिशा निर्देश जारी किए जा रहें हैं, वहीं दूसरी ओर ठेकेदारों की अदायगियों पर ताला जड़ दिया गया है | हालात इस कद्र खराब हो चुके हैं कि मजदूर भूखा सोने को मजबूर है और ठेकेदार आर्थिक दिवालियेपन की कगार पर हैं | बी और सी क्लास के ठेकेदार वित्तिय सत्र के अंत में मार्च तक अपनी अदायगियों को लेकर सरकार से उम्मीद लगाए हुए थे | इस दौरान सरकार द्वारा लगातार कई क्षेत्रों में अदायगियां किया जाना सुनिश्चित किया गया लेकिन दिहाड़ी पर गुजर बसर करने वाले कामगारों के स्तोत्र ठेकेदारों की अदायगियों को जानबूझकर रोक दिया गया | उन्होंने कहा कि भवन निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यों में सैकड़ों मजदूर कार्यरत है, जो ठेकेदारों के अधीन हैं | और यह बात स्वाभाविक है कि जब तक ठेकेदारों को उनके भुगतान नहीं किये जाएगें तब तक वह अपने कामगारों को वेतन अदायगी कैसे करेंगें | राणा ने कहा कि ठेकेदारों का वेतन रोककर सरकार ने खुद कामगारों की गरीबी का मजाक उड़ाया है | पहले कामगारों को बेबस बनाया गया और फिर निःशुक्ल राशन वितरण कर वाहवाही लुटी गयी | उन्होंने कहा कि बेबस मजदूर और ठेकेदार आज दो जून की रोटी को तरसते हुए सरकारी अनाथ का जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं | लोक डाउन और कर्फ्यू का अनैतिक लाभ उठाकर मात्र वाहवाही लुटने को गरीब आदमी को राशन वितरण की फोटो में कैद कर वोटबैंक के समक्ष परोसा जा रहा है | राजीव राणा ने ठेकेदारों की अदायगी पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को प्रबंधन शीघ्र सुनिश्चित किए जाने का परामर्श देते हुए दरकार पेश की है |