देहरादून से वीएस चौहान की रिपोर्ट

किसी भी क्षेत्र में 90 परसेंट से ऊपर पहुंचना या हंड्रेड परसेंट के आसपास पहुंचना या हंड्रेड परसेंट सफलता यह उपलब्धि अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होती है। यही बात शिक्षा के क्षेत्र में भी लागू होती है। चाहे वह परीक्षा किसी  छोटी  कक्षा की परीक्षा हो। या बड़ी कक्षा  की परीक्षा हो । या किसी बड़े कंपटीशन की परीक्षा।सभी क्षेत्रों में हंड्रेड परसेंट या उसके नजदीक  पहुंचना  ही अपने आप में उपलब्धि होता है।देहरादून14 तारीख ऐसा ही कुछ सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल के इंटरमीडिएट के  छात्र छात्राओं ने 90% से अधिक  अंक लाकर सफलता हासिल की है।  वहां अपने स्कूल  से रिजल्ट  मालूम कर  स्कूल से बाहर आ रहे कुछ स्टूडेंट से हमने बात की।उन्होंने बताया कि वहां सबसे पहले कोविड-19 को लेकर सरकार द्वारा गाइडलाइन के मुताबिक उसका पालन किया जा रहा है।सभी को मास्क पहनना  जरूरी है। हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है ।और डिस्टेंस जरूरी है। विवेक भास्कर नाम के स्टूडेंट ने  बताया कि उसके 94% मार्क्स हैं। उसने बताया , उसने सभी सब्जेक्ट के लिए प्रॉपर टाइम दिया था। बताया कि वह देश के किसी बड़े पद पर पहुंचे और देश की सेवा करें ।


इसके बाद तमन्ना नाम की स्टूडेंट से बात की ,उसने बताया कि वह पढ़ाई के वक्त सभी सब्जेक्ट को पूरा पूरा टाइम देती थी। उसने अपना एक शेड्यूल बनाया हुआ था।और जो मुश्किल सब्जेक्ट है। उनको ज्यादा टाइम दिया।तमन्ना ने बताया कि वह अच्छी टीचर बनना चाहती है।वहीं मौजूद तीसरे स्टूडेंट अमन पवार ने बताया कि स्कूल के बाद वह मैक्सिमम टाइम अपनी स्टडी को देता था। ट्यूशन भी जाता था।अधिक से अधिक टाइम अपने सभी सब्जेक्ट को देता था। उसका इरादा भविष्य में आगे आईएएस, पीसीएस  की तैयारी करने का है।

उधर स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि यह बच्चे अपना रिजल्ट मालूम करने आए थे ।इसमें उनकी सफलता में टीचर्स की भी अहम भूमिका है। हमारे यहां कमजोर बच्चों को भी आगे लाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है। सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।