बिहारीगढ़ (सहारनपुर):जनपद सहारनपुर के घाड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सैकड़ों गांव आज डाक सेवा से पूर्ण रूप से कटे हुए हैं कहने को तो क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर छोटे-छोटे डाकखाने बने हुए हैं लेकिन सभी केवल शोपीस बन करके रह गए हैं जहां ना तो रजिस्टर्ड पार्सल, रजिस्ट्री/ स्पीड पोस्ट हो पाती है ना ही वहां से डाक टिकट व पोस्टल आर्डर उपलब्ध हो पाते हैं जिस कारण क्षेत्र के सैकड़ों गांव के हजारों लोग परेशान नजर आते हैं! उल्लेखनीय है कि जनपद सहारनपुर मुख्य डाकघर सहारनपुर से जुड़े हुए कस्बा छुटमलपुर में एक उप डाकघर है जिसके अंतर्गत 20 से भी ज्यादा छोटे छोटे छोटे डाकखाने बने हुए हैं कहने को तो यह भी छोटे डाकघर है और वहां पर लेटर बॉक्स भी लगाए गए हैं लेकिन यह सब एक बीते जमाने की बात हो गई है क्योंकि पूरा सिस्टम ऑनलाइन होने के कारण आज कस्बा छुटमलपुर के उप डाकघर से ही केवल रजिस्ट्री/ स्पीड पोस्ट या रजिस्टर्ड पार्सल हो सकता है ।इसके अलावा जितने भी छोटे डाकघर है वहां से पहले रजिस्ट्री हुआ करती थी लेकिन अब ऑनलाइन व्यवस्था होने के कारण वहां से रजिस्ट्री भी नहीं हो पाती है जिस कारण लोगों को 25 किलोमीटर से ज्यादा चलकर रजिस्ट्री अथवा स्पीड पोस्ट करने के लिए छुटमलपुर जाना पड़ता है कई बार लाइट ना होने अथवा नेट कम होने से कनेक्टिविटी ना होने के कारण वहां भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। चाहे डाक टिकटों की बात हो और अथवा पोस्टल आर्डर प्राप्त करने की बात हो यह सब आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाते हैं अगर छोटे डाकघरों की बात की जाए जिनमें छुटमलपुर उप डाकघर से जुड़े बिहारीगढ़, सुंदरपुर, मोहण्ड,बुग्गावाला, बंदरजूड़ ,हसनपुर मदनपुर, खेड़ी शिकोहपुर ,शेरपुर ,चमारी खेड़ा ,कुरडीखेड़ा, हलवाना सहित लगभग 20 ऐसे छोटे-छोटे डाकखाने बने हैं जहां पर कोई कार्य नहीं होता है। जब से डाकघरों में खाते खोलकर बैंकिंग प्रक्रिया का संचालन हुआ है तब से इन डाकखानों में कुछ पैसे जमा करने की प्रक्रिया ही सीमित होकर के रह गई है जिस कारण लोगों को रजिस्ट्री करने अथवा डाक टिकट प्राप्त करने में काफी कठिनाई होती है इस बारे में छोटे डाकघरों के कर्मचारियों से जब बात की जाती है तो वह विभाग की ओर से कोई कार्यवाही ना होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं लेकिन आम आदमी की परेशानी का हल नहीं हो पाता है। डाकघरों के केंद्र सरकार के अधीन होने के कारण जनपद सहारनपुर मे मुख्य डाकघर है  जिससे घाड क्षेत्र के सैकड़ों गांव जो उत्तराखंड के अंतर्गत पड़ते हैं उन्हें भी सहारनपुर के डाकघर से जुड़ा होने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्षेत्रवासियों द्वारा कई बार डाकखाने को सुचारू रूप से चलाने के लिए कर्मचारियों और अथवा ऑनलाइन व्यवस्था की जाने की मांग की जाती रही है ।लेकिन विभागीय अधिकारी इस सब को जान कर भी अंजान बने बैठे हैं जो कोई भी विभागीय कार्यवाही कर क्षेत्र के लोगों को सुविधा प्रदान किए जाने की पहल नहीं करते हैं इस विषय में क्षेत्र के बहुत से लोग आक्रोशित नजर आते हैं लेकिन जब कोई सुनने वाला ना हो चुपचाप इस जहर के घूंट को पी जाते हैं और खामोश बने रहते हैं। ग्राम तेलपुरा के पूर्व प्रधान संजय सैनी एडवोकेट  बुग्गावाला के प्रधान मदन भूषण सैनी  मोहंड से मास्टर अमी सिंह सोम, पंकज गर्ग ,अशोक राठौर अध्यक्ष व्यापार मंडल बिहारीगढ़ ,प्रधान सुलेख चंद पंवार कुरडी खेड़ा, प्रधान अरुण काम्बोज’ रविंद्र राणा सतपुरा आदि क्षेत्रवासियों का कहना है की डाक सेवा पूरी तरह से चरमरा गई है जिसके सुचारू होने की बहुत आवश्यकता है ताकि क्षेत्रवासियों को इसका लाभ मिल सके ।अब देखना यह है कि इन सैकड़ों गांवों को जोड़ने वाले इन छोटे डाकखानो की सूरत बदलती है या नहीं जिससे यह डाकखाने अपने पूर्व स्वरूप में आकर लोगों को सुविधाएं प्रदान कर सके।