देहरादून: रुड़की नगर निगम के मेयर और पार्षदों का भाग्य शुक्रवार को मतपेटियों में बंद होने के बाद कांग्रेसी खेमे में उत्साह देखा जा रहा है। इस चुनाव में अपनी धुर विरोधी भाजपा के बागी के चुनाव मैदान में होने को कांग्रेस अपने लिए फायदेमंद मान रही है। पिथौरागढ़ उपचुनाव से ठीक एक दिन पहले यानी 24 नवंबर को चुनाव नतीजे का प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी को बेसब्री से इंतजार है।
रुड़की नगर निगम के चुनाव में मतदान में मतदाताओं ने अच्छा रुझान दिखाया है। कांग्रेस इसे अपने पक्ष में मानकर चल रही है। दरअसल इस चुनाव को पार्टी ने बड़ी गंभीरता से लिया है। प्रदेश में बीते वर्ष हुए नगर निकाय चुनाव में यूं तो जीत का बड़ा हिस्सा सत्तारूढ़ दल भाजपा के हाथ लगा, लेकिन जिला मुख्यालय के नगर निकायों में भाजपा की तुलना में ज्यादा कामयाबी मिलने को कांग्रेस अपने लिए सुखद मानती रही है। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के बाद शहरी निकायों के चुनाव नतीजों ने कांग्रेस की उम्मीदों में नया रंग भरा है। लोकसभा चुनाव में फिर निराशा हाथ लगने के बाद हुए दो नगर निकायों श्रीनगर और बाजपुर के चुनाव में भी बाजी कांग्रेस के हाथ लगी थी।
अब पार्टी को भरोसा है कि रुड़की नगर निगम के मेयर और पार्षदों के चुनाव में उसका प्रदर्शन अच्छा रहने वाला है। इसकी वजह पार्टी निवर्तमान मेयर के निगम क्षेत्र में सियासी रसूख पर विश्वास जता रही है। निवर्तमान मेयर और उनके परिवार पर चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगने के बाद भी कांग्रेस ने मेयर पद का टिकट मेयर के परिवार से बाहर नहीं जाने दिया। इस चुनाव को प्रतिष्ठा से जोड़कर पार्टी ने हरिद्वार जिले के तमाम विधायकों को भी एकजुट होकर प्रचार में लगाया था। भाजपा के बागी के चुनाव मैदान में होने को पार्टी अपनी जीत के लिए फायदे के तौर पर आंक रही है।
रुड़की नगर निगम चुनाव के नतीजे 24 नवंबर को घोषित होंगे। ये नतीजे कांग्रेस के पक्ष में रहते हैं तो प्रदेश में इसके सियासी संकेत जाएंगे। पार्टी मानकर चल रही है कि नतीजे पक्ष में रहे तो इसका फायदा उसे पिथौरागढ़ उपचुनाव में 25 नवंबर को होने वाले मतदान के दिन मिलेगा। हालांकि चुनाव नतीजे का ऊंट किस करवट बैठेगा, यह तो 24 नवंबर को ही पता चल सकेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मतदान खत्म होने के बाद दावा किया कि रुड़की नगर निगम चुनाव में कामयाबी कांग्रेस को मिलेगी।