मेरठ से गौरव कुमार की रिपोर्ट

मेरठ 10 जुलाई नदीम और मोमिना नाम के दंपति   मसूरी गांव के रहने वाले अपने नवजात शिशु को लेकर  अस्पताल जा रहे थे । रास्ते में तेजगढ़ी चौराहे के पास उधर से तेज रफ्तार से जा रही कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी ।जिसके कारण वह दंपत्ति अस्पताल पहुंचने में लेट हो गए ।अपने उस नवजात शिशु को सही वक्त पर लेकर अस्पताल नहीं पहुंच सके ।उस दंपति के मुताबिक उधर जब तेज रफ्तार कार ने उन को टक्कर मारी तो उन्होंने उस कार वाले से अपनी शिकायत की तब उस वक्त कथित व्यक्ति ने अपने आप को क्राइम ब्रांच का  सिपाही बताया। उल्टा उनको पिस्टल दिखाकर डराया धमकाया और मदद करने के बजाय वहां से निकल गया।

इस दुर्घटना से उस बच्चे की मां बहुत दुखी थी। उस दंपति में बच्चे की मां का नाम मोमिना के मुताबिक वे अपने बच्चे को लेकर अपनी  साइड पर किनारे पर जा रहे थे लेकिन उधर से तेज रफ्तार कार ने हम को टक्कर मार दी। इसी आपाधापी में नदीम और मोमिना अपने बच्चे को अस्पताल ले जाने में लेट हो गए और रास्ते में ही उनके नवजात शिशु की मृत्यु हो गई।

उस दंपत्ति के मुताबिक जब है मेडिकल थाने पहुंचे वहां पर वहां के स्टाफ ने या कहे  कोरोना टाइम में कोरोना वायर पुलिस, लोक डाउन के वक्त गरीबों की मदद करने वाली पुलिस या दूसरे  शब्दों में कहा जाए तो वही मित्र पुलिस उस वक्त उल्टा उनको ही डांट फटकार कर रही थी उनकी बात ठीक से नहीं सुनी उन्हें वापस भेज दिया।