शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर कोरोना फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इसके खर्च का पूरा ब्यौरा सार्बजनिक करने की मांग सरकार से को है। उन्होंने कहा है कि सरकार यह भी बताए कि उसे अब तक इस माहमारी से लड़ने के लिए कितना धन केंद्र से मिला है और कितना प्रदेश में इकठ्ठा किया गया है।
कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने इस बात पर घोर आपत्ति जताई है जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की साहतार्थ प्रशासनिक अधिकारी नोडल नियुक्ति करते हुए उन्हें इस फंड से एक स्मार्टफोन खरीद कर दिया गया है।उन्होंने कहा है कि इस निर्णय से तो ऐसा लगता है कि इन अधिकारियों के पास अब तक कोई स्मार्टफोन ही नही था। उनका कहना है कि इस विपदा की घड़ी में इस प्रकार के फिजूलखर्ची के निर्णय से साफ है कि सरकार इन वरिष्ठ अधिकारियों की सुख सुविधा का पूरा ख्याल रखें हुए है।
किमटा ने कहा है कि उन्हें यह भी जानकारी मिल रही है कि प्रदेश के लोगों की साहतार्थ हेतु नियुक्ति यह नोडल अधिकारी अपना कोई भी उत्तरदायित्व सही ढंग से नही निभा रहे है। उनका कहना है कि लोग को केवल आश्वासन ही दिए जा रहें है,जमीनी स्तर पर उन्हें कोई भी मदद इन अधिकारियों से नही मिल रही है।
किमटा ने कहा है कि प्रदेश सरकार की शासकीय व्यबस्था पूरी तरह डावाँडोल स्थिति में लग रही है। लॉक डाउन के चलते लोगों को कोई भी मदद नही मिल रही है। किसान, बागवान अपनी फसलों को लेकर चिंतित है। सरकार इनके लिए दाबे तो बहुत कर रही है पर वह सब हवा हवाई ही सावित हो रहें है। किमटा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश के लोगों के लिए कांग्रेस के सुझावों पर अमल करते हुए ,फिजूलखर्ची को रोके और जनहित में लोगों को राहत दें।