शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):जिला दण्डाधिकारी शिमला अमित कश्यप ने बताया कि शिमला नगर में 47 दवाई विक्रेताओं तथा 36 किराना विक्रेताओं के माध्यम से मांग के अनुरूप विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा होम डिलिवरी सुविधा के अंतर्गत किराना व दवाई आदि जरूरत का सामान प्राप्त किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण व भीड़ से बचाव के दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया है, जिसके तहत शिमला व्यापार मण्डल, सब्जी विक्रेता संघ द्वारा प्राप्त सूची तथा व्यक्तिगत तौर पर विक्रेताओं द्वारा प्रस्ताव प्रस्तावित किया, को सम्मिलित किया गया है।

उन्होंने बताया कि गत दिवस 26 दवाई विक्रेताओं ने 76 परिवारों तथा 36 किराना दुकानदारों ने 124 परिवारों को जबकि आज 16 दवाई विक्रेताओं ने 54 परिवारों को तथा 11 किराना विक्रेताओं ने 86 परिवारों को आवश्यक वस्तुएं होम डिलिवरी के तहत घरद्वार पर उपलब्ध करवाई। उन्होंने बताया कि शिमला जिला के विभिन्न अन्य क्षेत्रो में भी उपमण्डलाधिकारियों की देख-रेख में होम डिलिवरी सुविधा आरम्भ की गई है। इसके अतिरिक्त शिमला नगर व उप-नगरों में प्रतिदिन के आधार पर सब्जियों के भाव तय किए जा रहे हैं, जिसे डीसी शिमला फेसबुक पेज पर अंकित किया जा रहा है को शिमला व आस-पास के क्षेत्रों के लोग देखकर सब्जी खरीद सकते हैं। कोई शिकायत हो तो 1077 पर सम्पर्क करें।

उन्होंने बताया कि प्रतिदिन के आधार पर जिला शिमला में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत विभिन्न खाद्य व अन्य वस्तुएं, जिसमें सब्जी, फल, किराना, दूध आदि के भंडार की स्थिति की सूचनाएं प्राप्त की जा रही है। जनमानस को किसी प्रकार की कोई असुविधा या कमी पेश न आए इस संबंध में नियमित तौर पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश तथा आवश्यकता अनुरूप वस्तुओं की उपलबधता के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि प्रशासन द्वारा समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से दरिद्र व्यक्तियों को इस कठोर समय पर खाना एवं अन्य जरूरी सामान दिया जा रहा है। इसके लिए नोडल अधिकारी उपमण्डलाधिकारी को नियुक्त किया गया है और स्वयंसेवक उनसे सम्पर्क कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि होम डिलिवरी सुविधा के अंतर्गत आपूर्ति के लिए सक्षम व्यक्ति संबंधित उपमण्डलाधिकारी अथवा शिमला नगर व आस-पास के क्षेत्रों के लिए जिला दण्डाधिकारी को आवेदन दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक होम डिलिवरी में सहयोग कर रहे दवा अथवा किराना विक्रेताओं को कफ्र्यू पास भी जारी कर दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि पूरे जिले में एसीएफ-एक्टिव केस फाईंडिंग एक्सरसाईज के तहत सक्रिय रूप से मामलों की जांच की जाएगी, जो 7 दिनों तक चलेगी। इसके तहत दो सदस्य संयुक्त रूप से घर-घर जाकर इस संबंध में जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संभावित मामलों के लिए चलाए जा रहे इस अभियान का सभी लोग मिल-जुल कर सहयोग करें ताकि संभावित लोगों की जांच व क्वाॅरेंटाइन किया जा सके।

जिला प्रशासन द्वारा निष्ठापूर्वक इस दौर में समग्र समाज को आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता के लिए सक्रिय व समन्वित रूप से कार्य किया जा रहा है।