चंडीगढ,(विजयेन्द्र दत्त गौतम):   कर्फ्यू में बिना अनुमति बाहर घूमने वालों की सूचना देना पत्रकारों को महंगा पड़ गया। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पत्रकारों का दोष सिर्फ इतना था कि वे कर्फ्यू के दौरान अवैध रूप से आवाजाही कर रहे लोगों के बारे में सवाल कर रहे थे और सूचना दे रहे थे।

पहले तो मौके पर तैनात सब इंस्पेक्टर बलजिंदर सिंह ने काफी देर तक बहस की फिर सवाल कर रहे पत्रकारों के साथ हाथापाई शुरू कर दी। पुलिस वालों ने पत्रकारों पर खूब लाठियां बरसाईं और वहां से भगा दिया। मामले की शिकायत पत्रकारों ने एसएसपी से कर दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एसआई को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार सोमवार को आदमपुर के मुख्‍य मार्ग पर पुलिस की ओर से नाका लगाया गया था। इस दौरान कई लोग बिना वजह के सड़क पर घूम रहे थे। मौके पर दो पत्रकार भी पहुंचे थे और कवरेज कर रहे थे। इस दौरान पत्रकारों ने पुलिस वालों को सलाह दे डाली कि कई लोग कर्फ्यू में बिना पास घूम रहे हैं। बिना किसी वजह से सड़क पर घूम रहे लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करे। पुलिस वालों का यह सलाह देना ठीक नहीं लगा और वे पत्रकारों के साथ बहस करने लग पड़े। काफी देर बहस के बाद धक्‍का-मुक्‍की शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस वालों ने पत्रकारों पर लाठियां बरसाना शुरू कर दीं और जमकर मारपीट की। इस दौरान पत्रकार सिख युवक को घसीटा भी गया।
काफी देर तक पुलिस वाले पत्रकारों पर लाठियां बरसाते रहे। इसके बाद पुलिस वालों ने इन दोनों को वहां से भगा दिया। इस सारे घटनाक्रम के बाद पत्रकारों में रोष व्‍याप्‍त है। मामले की शिकायत एसएसपी नवजोत सिंह माहल से की गई है।