देहरादून,जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सभी उप जिलाधिकारियों एवं स्थानीय निकाय के अधिशासी अधिकारियों सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों से कोरोना वायरस एवं डेंगू संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए जानकारी प्राप्त की गई। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-2 निकाय क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जो भी अन्य क्षेत्रों से व्यक्ति प्रवेश कर रहें उनकी व्यापक सघन निगरानी की जाये, इसके लिए जनप्रतिनिधियों जिनमें, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं नगर निगम एंव नगर निकाय क्षेत्रों में इस कार्य हेतु मेयर, अध्यक्ष नगर पालिका एवं माननीय पार्षदगण एवं सभासदगण से भी सहयोग प्राप्त किया जाय।
इस हेतु जिलाधिकारी द्वारा आज नगर निकायों के अध्यक्षों से भी दूरभाष पर वार्ता कर इस कार्य में अपने समस्त पार्षदगणों को सम्मिलित करते हुए सहयोग करने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने सामुदायिक निगरानी के कार्य में शिक्षकों, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों जिनकी आयु 55 वर्ष से कम हो तथा स्वस्थ हों को इस कार्य में लगाया जाय। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु जागरूता को लेकर पम्पलेट तैयार कर आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्तियों के माध्यम से घर-घर तक पंहुचाकर लोगों को इसकी जानकारी उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया किया अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों की सर्विलांस सतत् निगरानी आवश्यक रूप से की जाय। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सामुदायिक निगरानी हेतु तैनात किये जा रहे समस्त कार्मिकों हेतु आवश्यक सुरक्षा एवं सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने के साथ ही इस कार्य में लगाया जाय।
जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया आने वाले प्रवासियों की माॅनिटिरिंग हेतु सम्बन्धित क्षेत्रान्तर्गत आने वाली महिला शिक्षकों को अपने आवास से ही दूरभाष के माध्यम से सामुदायिक निगरानी के कार्य हेतु निर्देशित किया जाय। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को उनके क्षेत्रान्तर्गत जनपद के प्रवेश सीमा पर कार्मिक तैनात किये जाये जो स्वास्थ्य टीम द्वारा प्रवासियों की जांच के दौरान तत्परता से संदिग्ध प्रतीत होने वाले व्यक्तियों का विवरण संकलित कर तत्काल सूचना उपलब्ध करा सके ताकि तत्समय माॅनिटिरिंग हेतु अग्रिम आवश्यक कार्यवाही की जा सके। उन्होंने निर्देशित किया कि वर्तमान में जनपद की सीमाओं जिनमें आशारोड़ी, कुल्हाल, में रैण्डम सैम्पलिंग की कार्यवाही का पूरा डेटा रखा जा रहा है और कोरोना प्रभावित राज्यों से आने वाले, 65 वर्ष से अधिक उम्र वालें, मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप पीड़ित व्यक्तियों के साथ ही संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों की सैम्पलिंग कर विशेष सावधानी बरती जा रही है। इसी क्रम में कल 16 मई से भूपतवाला- रायवाला में प्रारम्भ किये जा रहे रैण्डम सैम्पलिंग का कार्य पूर्ण सतर्कता बरतते हुए कार्य करने के निर्देश दिये।
डेंगू की रोकथाम के लिए किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित उप जिलाधिकारियेां को निर्देशित किया की वे अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को प्रातः 10 बजे से 11 बजे तक निरीक्षण करेंगे, जिसमें वेडिंग प्वांइट, नर्सरीज, शासकीयध्अर्द्धशासकीय एवं अशासकीय कार्यालयों में पानी इकट्ठा न होने देने, मलिन बस्ती एवं स्लम एरिया में फागिंग कराने, दवा का छिड़काव कराये जाने के साथ ही जनजागरूकता को लेकर किये गये कार्यों की जानकारी प्राप्त करेंगे है। वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान बताया गया कि गत वर्ष डेंगू से सम्बन्धित 4991 मामले पंजीकृत हुए हैं, जिसमें मुख्यरूप से रायपुर, क्षेत्र एवं ऋषिकेश के मायाकुण्ड व चन्दे्रश्वर नगर शामिल है। इन संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित रूप से सेनिटाइजेशन, फाॅगिंग कार्य किया जाय तथा क्षेत्र में जहां जल भराव की सम्भावना हो वहां पर जल निकासी एवं गड्डों के भरान का कार्य समय रहते पूर्ण करा लिया जाय।