उत्तराखंड में डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा सभा क्षेत्र डोईवाला में भी डेंगू का डंक गहराता जा रहा है। यही नहीं, यहां पर एक युवक की मौत भी हो गई है।
बताया जा रहा है कि डोईवाला विस क्षेत्र के वार्ड नंबर-94 नत्थनपुर में 27 वर्षीय युवक की डेंगू से मौत हो गई है। युवक प्राइवेट वाहन चलाता था और पिछले पांच दिन से बीमार था। चिकित्सकों का कहना है कि उसमें डेंगू के लक्षण थे। हालांकि, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि युवक की मौत की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि डेंगू से युवक की मौत हुई है तो उसका डेथ ऑडिट करवाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, नत्थनपुर निवासी युवक पिछले पांच दिन से बीमार चल रहा था। एक निजी चिकित्सक के यहां उसका उपचार चल रहा था। बुधवार को युवक की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और प्लेटलेट्स काउंट 18 हजार तक पहुंच गई। परिजन उसको पहले गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय और फिर एक निजी हॉस्पिटल ले गए।
स्थिति गंभीर होने पर उसे वहां से भी रेफर कर दिया गया। जिस पर परिजन उसको रिस्पना पुल स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां कुछ देर तक आईसीयू में रहने के बाद युवक ने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग अब युवक की मौत का डेथ ऑडिट कराने की बात कह रहा है।
कुल मिलाकर दिन-प्रतिदिन डेंगू का डंक गहराता ही नहीं जा रहा है, बल्कि मच्छर घातक भी हो रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक माह से भी कम समय में देहरादून में डेंगू के मच्छर ने सात मरीजों की जान लील ली है। यह अलग बात है कि स्वास्थ्य विभाग इनमें केवल दो की ही पुष्टि कह रहा है। अन्य डेथ ऑडिट के नाम पर मामला उलझा दिया गया है।
प्रदेश में 59 लोगों में डेंगू की पुष्टि
ताजा रिपोर्ट में प्रदेशभर में 59 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें सर्वाधिक 28 मामले देहरादून के हैं। इसके अलावा नैनीताल में 24, ऊधमसिंह नगर में छह व टिहरी गढ़वाल में एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब तक 1113 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण न केवल सरकारी, बल्कि निजी अस्पताल भी फुल हैं। जिससे स्वास्थ्य महकमे की चिंता भी बढ़ती जा रही है। यह चिंता इसलिए भी बढ़नी लाजिमी है, क्योंकि बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए अब तक जो भी इंतजाम किए गए, वह नाकाफी ही साबित हुए हैं।
प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
डेंगू निरोधी अभियान के लिए गठित टीमें प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रही हैं। टीमों कई क्षेत्रों में दौरा कर लोगों को बीमारी से बचाव की जानकारी दी गई। घर-घर जाकर डेंगू के मच्छर के लार्वा का सर्वे किया गया। कई घरों में पानी की टंकी, कूलर, गमले, टायर आदि जगह जमा पानी में मच्छर का लार्वा मिला है, जिसको मौके पर ही नष्ट किया गया।
साथ ही लोगों को अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने व खाली बर्तनों में पानी जमा नहीं होने देने के लिए कहा गया है। जिन घरों में मच्छर का लार्वा अधिक मिला, नगर निगम के अधिकारियों द्वारा उनका चालान भी किया गया।