देहरादून से वीएस चौहान की रिपोर्ट

देहरादून 25 जुलाई जहां उत्तराखंड में  कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है ऐसे में कोरोना संक्रमित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देना एक चुनौती बन गया है।वहीं दूसरी तरफ देहरादून के सीएमओ के कार्यों से से नाराज कुछ डॉक्टर और अन्य स्टाफ बेहद नाराज हैं ।और यह कहना गलत नहीं होगा एक तरफ देहरादून के सीएमओ और दूसरी तरफ गांधी अस्पताल के चिकित्सक व अन्य स्टाफ  की जंग छिड़ गई है।कुछ महिला डॉक्टरों जैसे डॉ स्वाति शर्मा ,डॉ रीना कोठियाल आदि अन्य का कहना है कि सीएमओ बी सी रमोला द्वारा जबरदस्ती उनको गैरहाजिर दिखाया गया।गौरतलब है कि पिछले दिनों फिजीशियन डॉक्टर एन एस बिष्ट को सीएमओ की मनमानी या उनकी कार्यप्रणाली से नाराज होकर उनके विरोध में सत्याग्रह करना पड़ा था ।इस प्रकरण के बाद स्वास्थ्य महानिदेशक ने आश्वासन दिया  था कि सीएमओ बीसी रमोला गांधी चिकित्सालय में अनावश्यक हस्तक्षेप नहीं करेंगे।लेकिन इसके बावजूद आश्वासन के बाद भी डॉ बीसी रमोला ने जिला गांधी चिकित्सालय में अचानक निरीक्षण किया। और कई डाक्टरों फिजियोथैरेपिस्ट आदि को अनुपस्थित बता कर नोटिस दे दिया गया। इनमें डॉ स्वाति शर्मा, डॉ रीना कोठियाल, श्रीमती रीमा जोशी फिजीशियन, श्रीमती  दीपमाला फार्मेसिस्ट अन्य आदि  अनुपस्थित दिखाकर नोटिस दे दिया गया। डॉक्टर रमोला का कहना है कि स्पष्टीकरण ष्टिकरण मिलने के बाद वे आगे कार्रवाई करेंगे। जबकि उधर दूसरी तरफ डॉ स्वाति अभी मैं कोठियाल रीमा कोठियाल वह अन्य का कहना है कि उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। डॉ स्वाति शर्मा के मुताबिक उनकी कोरोना ड्यूटी लगाई गई थी। जबकी रोस्टर के हिसाब से उनकी शाम की ड्यूटी थी।लेकिन सुबह के समय निरीक्षण करके उन्हें अनुपस्थित दिखाकर नोटिस दे दिया गया।  इसी कारण गांधी हॉस्पिटल के कई डॉक्टर, फिजियोथैरेपिस्ट,फार्मासिस्ट आदि डॉक्टर सी बी रमोला के इस तरह के कार्यों से बेहद नाराज हैं।बल्कि यह सभी लोग स्वास्थ्य विभाग की डीजी अमृता उप्रेती से मुलाकात की उन सभी ने सीएमओ के छापे को गलत करार दिया।