नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को पराली जलाने की मुद्दा एक बार फिर गूंजा। हुआ यह कि प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने कृषि मंत्री से पराली से जुड़े सवालों की झड़ी ही लगा दी। ऐसे ही एक सवाल का जबाव देते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि पराली जलाने के नाम पर किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है। जो लोग ऐसे आरोप लगा रहे है, उन्हें पहले प्रदूषण फैलाने के अपने कारणों को देखना चाहिए और हल करना चाहिए।

दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में पराली का अंश चार फीसद: केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने राज्यसभा में यह भी साफ किया कि दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में पराली का अंश चार फीसद के आसपास है। बाकी प्रदूषण के लिए कौन जिम्मेदार है, इस ओर भी सोचना होगा।

भाजपा सांसद का कृषि मंत्री से पराली पर पूछा था सवाल

राज्यसभा में इस दौरान पराली से जुड़े करीब छह सवाल किए गए थे। इनमें एक सवाल ऐसा भी था, जिसके बाद सदन में कुछ देर तक हंगामा भी हुआ। सवाल था भाजपा सांसद विजय गोयल का। जिन्होंने कृषि मंत्री से पूछा था कि पराली तो पिछले 50 सालों से जलती आ रही है, लेकिन इससे दिल्ली में कभी भी प्रदूषण नहीं हुआ।

दिल्ली सरकार प्रदूषण के पीछे पराली को जिम्मेदार बता रही है

अब ऐसा क्या हो गया है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण के पीछे पराली को जिम्मेदार बता रही है। इसके अलावा सपा सांसद रवि प्रकाश वर्मा, बीजेपी सांसद डीपी वत्स ने भी यह मुद्दा उठाया।