पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। चिकित्सकों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। हालांकि अस्पताल से डिस्चार्ज होते वक्त पूर्व सीएम ने कहा कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। एकाध दिन में  जनता की सेवा में हाजिर होंगे।

बता दें, सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तबियत अचानक बिगड़ गई थी। छाती में भारीपन व चक्कर आने पर उन्हें मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में उनकी ईसीजी, ईको, अल्ट्रासाउंड, एमआरआइ व बीपी आदि की जांच की गई। सभी जांच रिपोर्ट सामान्य आई।

चिकित्सकों ने उन्हें चौबीस घंटे के लिए भर्ती किया था। अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत को वर्टिगो की दिक्कत है। जिसमें गर्दन हिलाने पर चक्कर आते हैं। दो-चार दिन आराम के बाद यह समस्या ठीक हो जाएगी।

पूर्व सीएम की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत भाजपा व कांग्रेस के तमाम नेता व उनके प्रशंसक अस्पताल पहुंचे और उनकी कुशलक्षेम जानी। दूसरे दिन भी उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहा। विधायक गणेश जोशी समेत कई लोग अस्पताल पहुंचे और पूर्व सीएम का हाल जाना।

बताया जा रहा है कि चिकित्सक उन्हें चौबीस घंटे और अस्पताल में भर्ती रहकर आराम की सलाह दे रहे थे, लेकिन अस्पताल में लोगों की बढ़ती भीड़ को देख मंगलवार की शाम को पूर्व सीएम ने उन्हें डिस्चार्ज करने की बात चिकित्सकों से कही। कहा कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। एकाध दिन घर पर रहकर ही आराम करेंगे।

इधर, स्वयं हरीश रावत ने ट्वीट कर अपने बेहतर स्वास्थ्य की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि 12 अक्टूबर को डेंगू के मरीजों को समुचित उपचार न मिलने पर वह विधायक ममता राकेश के साथ उपवास पर बैठेंगे। हरीश रावत ने उपवास पर बैठने की घोषणा पहले से की हुई थी। उनकी तबीयत बिगड़ने पर लग रहा था कि उपवास का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ेगा।