देहरादून:अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य एवं उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रे्रस कमेटी की प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने भाजपा पर कोरोना को लेकर दोहरे मापदण्ड अपनाये जाने का आरोप लगाया है। गरिमा दसौनी ने कहा कि आम आदमी यदि कोरोना से ग्रसित होता है तो सरकार द्वारा उसे 14 से 17 दिन तक कोरेनटीन या सैल्फ आयसोलेशन में जाने के सख्त निर्देश हैं। ऐसा ना करने पर वह दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की धर्मपत्नी जिनकी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि 31 मार्च को हुई थी वह मात्र 7 ही दिन में सार्वजनिक स्थलों पर एवं कार्यकर्ताओं से सम्पर्क करती हुई देखी जा सकती हैं।
दसौनी ने कहा यदि सरकार और उनसे जुड़े हुए लोग ही नियमों का पालन नही करेंगे तोे आम जनता में गलत संदेश जायेगा। दसौनी ने कहा कि भाजपा के द्वारा आरोग्य सेतु एप के बारे में जो बड़ी-बड़ी बातें कही गई थी क्या वह सब धत्ता सावित हुई, आखिर आरोग्य सेतु एप मुख्यमंत्री व उनकी पत्नी ने इंस्टोल नही किया था क्या? दसौनी ने सुबे के मुख्या की सुरक्षा में इसे भारी चूक बताते हुए गृह विभाग की भूमिका पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि आंखिर गृह विभाग मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के साथ ऐसी कोताही और खिलवाड़ कैसे कर सकता है।
दसौनी ने कहा पिछले दिनो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का जन्मदिन था उन्हें ढेर सारी शुभकामनायें एवं बधाई, लेकिन उन्हीं के जन्मदिन पर जिस तरह से कोरोना संक्रमित उनकी धर्मपत्नी परिजनांे व कार्यकर्ताओं के बीच दिखाई पड़ी वह अफसोसजनक स्थिति है।