अभिनेत्री गीतिका विद्या ने सोनी और थप्पड़ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से दर्शकों व समीक्षकों से खूब तारीफें बटोरीं। उनका कहना है कि वह इस बात के लिए शुक्रगुजार है कि वह दूसरों की सलाहों पर नहीं बल्कि अपनी जिंदगी अपनी शर्तो पर जी रही हैं। दिल्ली से ताल्लुक रखने वाली गीतिका ने अपने करियर की शुरूआत थिएटर से की। एक सफल अभिनेत्री बनने की राह में उन्हें लोगों की कई सारी नकारात्मक और हतोत्साहित करने वाली विचारों का सामना करना पड़ा।
सोनी में एक पुलिस अधिकारी के किरदार को बखूबी निभाने के चलते क्रिटिक्स च्वॉइस फिल्म अवॉर्डस को जीतने के बाद गीतिका ने कहा, जब मैं 21-22 साल की थी, तब मुझे बताया गया था कि अगर अभिनेत्री बनना है तो मुंबई अभी जाओ, 25 साल काफी ज्यादा हो जाएगा। मुझे यह भी बताया गया था कि शादी करनी है तो 25 से पहले ही कर लो। मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे अपनी विचारों से संतुष्ट रहने जितनी समझ थी कि मैंने उन लोगों का मनोरंजन नहीं किया, जो लड़कियों को 25 साल से कम की उम्र में ही देखना चाहते हैं, असल जिंदगी और पर्दे पर अपनी हीरोइनों की तरह। अपने हाथ में इस पुरस्कार को थामें, मैं चाहती हूं कि निर्देशक और कलाकार इस रूढि़वादी सोच को सुधारने की दिशा में पहल करें।