शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : अखिल भारतीय असंगठित कामगार कांग्रेस हिप्र के महासचिव राजीव राणा ने  अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर श्रमवीरों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह दिन श्रमिकों की मेहनत और समर्पण के सम्मान का दिन है। श्रमिक हमारे समाज का अभिन्न अंग और विकास की आधारशिला हैं। उन्होंने कहा कि देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और लाकडाउन  के कारण श्रमिकों की रोजी-रोटी पर गहरा संकट छाया हुआ है। देश के विकास में मुख्य किरदार निभाने वाले कामगारों का जीवन अत्यंत कष्टप्रद हो चुका है। ऐसे समय में सरकार को प्रबंधन और अधिक पुख्ता करने चाहियें। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि  मई दिन मनाने की शुरूआत 1 मई 1886 से मानी जाती है जब अमेरिका की मज़दूर यूनियनों नें काम का समय 8 घंटे से ज़्यादा न रखे जाने के लिए हड़ताल की थी। गोलीबारी और कड़े संघर्ष के बाद अमेरिका में 8 घंटे काम करने का समय निश्चित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय भारत और अन्य देशों में मज़दूरों के 8 घंटे काम करने से संबंधित क़ानून लागू है। राजीव राणा ने कहा कि   भवन एवं अन्य कामगार कल्याण बोर्ड मे पंजीकृत लगभग सवा लाख  मज़दूरों मे से सिर्फ 56 हज़ार मज़दूरों को ही लॉक डाउन  मे वित्तीय सहायता  मिल पाई है,जो न्याय संगत नहीं है राणा सरकार से आग्रह किया कि बाकि के पंजीकृत लाभार्थियों को भी ये वित्तीय सहायता मिल सके, तभी  मज़दूर दिवस को मनाना सार्थक होगा ।