अल्मोड़ा: मुख्य उद्यान अधिकारी टीएन पाण्डेय ने बताया कि जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के निर्देशानुसार जनपद के विभिन्न विकास खण्डों में जिसमें हवालबाग, ताडीखेत एवं लमगड़ा में शेरे कश्मीर कृषि विश्वविद्यालय कश्मीर से केसर के बल्ब मंगाकर केसर की खेती की जा रही है। उन्होंने बताया कि विकास खण्ड ताड़ीखेत के ग्राम खनियां के नारायण सिंह, ग्राम भड़गाॅव के मोहन चन्द्र बेलवाल, विकास खण्ड हवालबाग के शीतलाखेत के महेन्द्र सिंह नेगी, दिग्विजय सिंह बोरा, रणजीत सिंह बिष्ट ग्राम धामस ज्योली के मनोज उपाध्याय के द्वारा सफलता पूर्वक केसर का उत्पादन किया जा रहा है। उन्हांेने बताया कि केसर अनुसंधान केन्द्र कश्मीर के डा0 तौशीब बानी द्वारा विभिन्न स्थलों पर केसर उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्तमान में विभाग द्वारा प्रदर्शन के रूप में उक्त विकास खण्डों में केसर उत्पादन हेतु कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि केसर उत्पादन में सफलता मिलने पर प्रत्येक विकास खण्ड में उद्यमी कृषकों को केसर के व्यवसायिक खेती के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एक ग्राम केसर की कीमत बाजार भाव रू0 200 से 250 रू0 है। 150 पुष्प में एक ग्राम केसर का उत्पादन होता है। सभी कृषकों के यहां केसर के पुष्प का उत्पादन शुरू हो गया है। इस वर्ष 300 किलो केसर बल्ब लगाया गया है।