देहरादून से वीएस चौहान की रिपोर्ट
पुराने समय में एक वक्त ऐसा भी था लोग बैल गाड़ियों पर यात्रा करते थे।हर जगह सड़के बहुत अच्छी नहीं होती थी।इसलिए लोग अधिकांश गांव में यात्रा बैल गाड़ियों द्वारा ही करते थे। उस जमाने में आज की तरह मोबाइल नहीं थे। एक दूसरे को सूचना चिट्ठी पत्री द्वारा दी जाती थी I चिट्ठी पत्री भी काफी दिनों में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचती थी। उस जमाने में साइकिल होना बहुत बड़ी बात थी। लोग डाकिए का इंतजार करा करते थे मोटर कार तो शहरों में भी बहुत कम लोगों के पास होती थी।धीरे-धीरे वक्त बदला और देश में पक्की सड़कों का जाल बिछ गया और लोगों के पास स्कूटर मोटरसाइकिल कार आने जाने का साधन थे। मोबाइल का युग आया एक दूसरे की खबर कुछ ही सेकंड में एक दूसरे के पास पहुंच जाती है।लेकिन पुराने जमाने में भी साइकिल की अलग अहमियत थी। और जो बीच का दौर चला उसमें भी साइकिल की अहमियत थी। और आज के आधुनिक युग में भी साइकिल की अपनी अलग अहमियत है।
आज के समय में खूबसूरत डिजाइन वाली साइकिल आ गई है। और गेयर gear वाली साइकिल आ रही है। और आजकल तो गेयर वाली इलेक्ट्रिकल और पेडल वाली और चार्जेबल साइकिल आ रही है।क्रोनो वायरस के कारण लोग डाउन लगा अनलॉक होने के बाद युवाओं में सभी में साइकिल के प्रति आकर्षण बढ़ा है।आजकल सभी युवा हेल्थ के प्रति भी जागरूक हैं।
ऐसे में साइकिल एक्सरसाइज के लिए या कहें व्यायाम के लिए साइकिलिंग अच्छा साधन है ।साइकिल के द्वारा घूमना भी हो जाता है साथ ही एक्सरसाइज भी हो जाती है। और सबसे बड़ी बात यह है कि साइकिल इको फ्रेंडली है साइकिल से किसी भी प्रकार का पोलूशन नहीं होता है।खासकर स्मार्ट सिटी जो बनाए जा रहे हैं। उनके लिए एक इको फ्रेंडली यातायात का शहर के अंदर घूमने के लिए बहुत अच्छा साधन है ।और देहरादून शहर में युवाओं में साइकिलिंग का क्रेज बढ़ा है।हमने साइकिलिंग करने वाले कुछ युवाओं से बातचीत की।
एक युवा प्राची के मुताबिक क्रोना वायरस के कारण जिस तरह से लोग डाउन हो गया था। लोगों को अपने घर में रुकना पड़ा।उसके बाद अनलॉक होने पर युवाओं में साइकिल के प्रति क्रेज बढ़ा है। लोगों के घरों में भले ही कार स्कूटर एक्टिवा अन्य साधन हो इसके बावजूद युवाओं को साइकिल चलाना पसंद है।देहरादून के प्रेम नगर में रहने वाले युवा रविंदर खालसा के मुताबिक आजकल बहुत सारे युवा सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए ग्रुप बनाकर साइक्लो से घूमने निकलते हैं।
और ऐसा नहीं केवल साइकिल युवाओं की पसंद है बल्कि बड़ी उम्र के भी लोग साइकिल चलाना पसंद करते हैं क्योंकि साइकिल एक्सरसाइज का खूबसूरत माध्यम है।आधुनिक युग में भीड़भाड़ वाले शहरों में वाहनों की अधिकता के कारण पोलूशन का ग्राफ बढ़ा है ।भीड़भाड़ वाले बड़े शहरों में इस पोलूशन के ग्राफ को साइकिल के माध्यम से कुछ हद तक घटाया जा सकता है। खासकर जितने स्मार्ट सिटी हैं उनके लिए इको फ्रेंडली और आकर्षक व हेल्थ के लिए अनुकूल, साइकिल एक खूबसूरत वाहन बन सकता है। आपको यह भी बता दें साइकिल का चलन या क्रेज केवल हमारे देश में नहीं बल्कि विदेशों मैं भी साइकिल का क्रेज बहुत तेजी सेे बढ़ रहा है।