शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा है कि सरकार की कोई स्पष्ट नीति न होने की बजह से सम्भतः इसके मामले बढ़ रहे है।लॉक डाउन का सही ढंग से पालन न होना भी इसकी मुख्य बजह मानी जा सकती हैं।राठौर ने कहा है कि अगर प्रदेश सरकार ने बाहर से आने वाले प्रदेशवासियों की सीमा पर सही ढंग से कोरोना जांच की प्रक्रिया अपनाई होती तो आज यह स्थिति न होती।उन्होंने कहा है कि संस्थागत क्वारन्टीन केंद्रों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव भी इसका दूसरा मुख्य कारण माना जा सकता है।
उन्होंने इस सब के लिए प्रदेश सरकार की सुस्त कार्यप्रणाली को ही दोषी करार दिया है।कुलदीप सिंह राठौर ने पिछले कल हमीरपुर में 16 संक्रमित लोगों को जांच रिपोर्ट से पहले ही उनके घर भेज देने पर हैरानी जताते हुए कहा कि इससे साफ है कि सरकार और प्रशासन के बीच कोई भी तालमेल नही है।उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की कोताही सहन नही की जा सकती।यह बहुत ही खतरनाक सावित होगी।राठौर ने कहा है कि कोरनो माहमारी को लेकर सरकार के सारे दाबे और इंतजाम हवा हवाई साबित हो रहें है।उन्होंने कहा है कि प्रदेश के लिए यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण व चिंता का विषय है कि इस कोरोना माहमारी के दौरान सत्तारुढ़ नेता स्वास्थ्य उपकरणों की आपूर्ति में घूस खा रहें हो।
उनका कहना है कि इससे प्रदेश की राजनीति शर्मसार हुई है। राठौर ने कहा है कि प्रदेश सरकार अपनी गिरती प्रतिष्ठा को बचाने में लगी है,जबकि उसे लोगों का दुःख दर्द नज़र नही आ रहा है।उन्होंने कहा है कि कोविड फंड के नाम पर लोगों पर महंगाई की मार डाली जा रही है।किसानों, बागवानों,कारोवरियों व आम लोगों को भी राहत देने पर कोई विचार या उपाय यह सरकार नही कर रही है।उन्होंने कहा है कि कोरोना से लड़ने के लिए कांग्रेस ने सरकार का पूरा साथ दिया है पर अगर यह प्रदेश के लोगों पर जनविरोधी फैंसले थोपती है तो सरकार का विरोध किया जाएगा।