शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :कोरोना के खतरे को दरकिनार करने पर सैकड़ों महिलाओं ने मंगलवार को स्पीति पहुंचे कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा के काफिले को वापस लौटने के लिए मजबूर किया। काजा पहुंचते ही मंत्री का विरोध शुरू हुआ। इस दौरान काजा महिला मंडल की अगुवाई में महिलाओं ने मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही प्रशासन के खिलाफ भी नारे लगाए। लोगों के गुस्से को देखते हुए मंत्री मारकंडा को अपने काफिले के साथ वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। कोरोना काल में घाटी में बाहरी लोगों के आने को को लेकर घाटी के लोगों में गुस्सा है। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी में महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की।
यह भी बताया जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन ने कोविड कमेटी से घाटी में पर्यटकों को भी लाने की भी बात कही थी। इसको लेकर भी काजा महिला मंडल में रोष जताया। इसका वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है। काजा महिला मंडल प्रधान डोलमा देवी, उप प्रधान छेरिंग डोलमा, पर्यटन व्यवसायी लारा छेरिंग जो बाहर से लोग आ रहे हैं उन्हें 14 क्वारंटीन रहना होगा। कहा कि ऐसे मंत्री यदि मंत्री भी घाटी में आते हैं तो उन्हें भी नियमों को मानना होगा। उधर मामले पर लाहौल-स्पीति कांग्रेस ने भी मारकंडा पर निशाना साधा है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष स्पीति छेरिंग टशी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोहन सिंह ने कहा कि घाटी में बाहर से आने वाले सभी लोगों को कोरोना से संबंधित नियमों की पालना करनी होगी। बीते दिन ही किन्नौर से आई बस को स्थानीय लोगों ने सवारियों समेत वापस भेज दिया था।