Health:  होली पर थोड़ी सी भी लापरवारी हमारे लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आजकल बाजार में आने वाले रासायनिक रंगों में लेड ऑक्साइड, मरकरी सल्फाइड, एल्युमिनियम ब्रोमाइड और कॉपर सल्फेट जैसे घातक रसायन होते हैं, जो एलर्जी के अलावा और भी कई परेशानियां पैदा कर सकते हैं। कई रंग तो आपको अंधा भी बना सकते हैं। वहीं पानी में ज्यादा भीगने से भी परेशानी हो सकती है।

1.होली पर सिंथेटिक रंगों से बचकर रहें। इन रंगों में लेड आक्साइड, मरकरी सल्फाइड ब्रोमाइड, कापर सल्फेट आदि भयानक केमिकल मिले होते हैं जो कि आंखों की एलर्जी, त्वचा में खुजली और अंधा तक बना देते हैं। इनकी जगह हिना, हल्दी पाउडर, चंदन, फूलों की पंखुडिय़ों का चूरा आदि भी प्रयोग कर सकते हैं, जो कि त्वचा को बिल्कुल नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।

2. वे लोग जिन्हें रंगों से एलर्जी हैं, उन्हें हर हाल में इन रंगों से दूर रहना चाहिये। साथ ही एक्जिमा से परेशान लोगों को भी इन रंगों से दूर रहना चाहिए। बेहतर होगा कि रंग खेलने से पहले शरीर पर नारियल का तेल या सरसों का तेल लगा लीजिये, जिससे रंग त्वचा पर ना चिपके।

3. होली खेलते वक्त त्वचा लगातार पानी के संपर्क में रहती है, इसलिये त्वचा पर घाव और कटने-छिलने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर आपकी त्वचा कट छिल जाए तो उस पर एंटीसेप्टिक लगाएं और रंग खेलना बंद कर दें।

4. रंग खेलने से पहले बालों में खूब सारा तेल लगाएं और सिर को रुमाल या स्कार्फ से ढक लें। सिंथेटिक रंग बालों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

5. होली के मौके पर पानी में ज्यादा भीगने से भी बचें। इससे बुखार, जुकाम, सिर दर्द, नाक बहना, बदन दर्द आदि की परेशानियां हो सकती हैं।

6. होली पर गुब्बारों से भी बचें। अक्सर ये आंख में लग जाते हैं जिसकी वजह से रोशनी तक जा सकती है।
7. त्योहार आने पर कई लोग जो डाइटिंग पर भी होते हैं, वह भी इस दिन खुद के पेट को कंट्रोल नहीं कर पाते। इसका नतीजा तबीयत खराब के तौर पर हो सकता है।