भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(BCCI) से संबंध रखने वाले कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने अपने यहां एक टी20 लीग आयोजित कराई थी, जिसका नाम कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) था। इस लीग में मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी का मामला सामने आया है, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग और खिलाड़ी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि कुछ खिलाड़ियों से अभी भी पूछताछ जारी है। इसके अलावा अब बीसीसीआइ और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने भी इसमें दखल दिया है।

क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर कुलदीप जैन का कहना है कि कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) सट्टेबाजी मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उनसे संपर्क किया है और हर तरह की सहायता करने की बात कही है। आईसीसी और बीसीसीआइ ने केपीएल सट्टेबाजी मामले में बेंगलुरु पुलिस से संपर्क किया था, जिसमें पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि वे इन दोनों संस्थाओं की सहायता करेंगे।

आइसीसी ने सट्टेबाजी रोकने के लिए भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) को खड़ा किया था, जो क्रिकेट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सभी बोर्ड मैंबर, खिलाड़ियों, सहायक स्टाफ, कानूनी एजेंसी से संपर्क बनाए रखती है। एसीयू के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल, चेयरमैन रॉनी फ्लनागन सहित बीसीसीआइ ने भी इस टी-20 टूर्नामेंट में सट्टेबाजी को लेकर बेंगलुरु पुलिस से संपर्क साधा है।

कुलदीप जैन ने कहा कि बीसीसीआइ अधिकारियों ने बेंगलुरु में पुलिस के साथ मुलाकात की हे। इसके अलावा जरूरी जानकारियों का भी आदान-प्रदान किया गया है। बीसीसीआइ की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई ने भी हर प्रकार की सहायता की बात कही है। जैन की मानें तो पुलिस की मदद करने के लिए कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी पुलिस से संपर्क साधा है।

वहीं, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के कोषाध्यक्ष विनय मृत्युंजय ने कहा कि राज्य संघ को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि आइसीसी ने पुलिस से संपर्क साधा है या नहीं। बता दें कि इस लीग से जुड़ी एक टीम के मालिक और उसके कप्तान समेत कई खिलाड़ियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि कुछ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके खिलाड़ी भी क्राइम ब्रांच ने सवालों के जवाब देने के लिए बुलाए हैं।