मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंगलवार सुबह कांग्रेस को अलविदा कह दिया। उनके इस ऐलान के बाद प्रदेश में मची सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश कांग्रेस सरकार से नाराज कांग्रेस के बागी हुए विधायकों का विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का सिलसिला शाम होते-होते बढ़कर 22 तक पहुंच गया है। मध्य प्रदेश में मचे इस सियासी भूचाल के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में नजर आ रही है।
विधायकों के अलावा प्रदेश कांग्रेस के विभिन्न पदों पर सिंधिया समर्थकों के त्यागपत्र का दौर भी शुरू हो गया है। सिंधिया समर्थक प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी और इन्दौर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने अपने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र ग्वालियर, शिवपुरी जिले से भी कांग्रेस संगठन में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है।
–मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद जहां एक तरफ कमलनाथ सरकार के लिए संकट बढ़ गया है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को बस से राज्य से बाहर भेज रही है। विधायक विजय शाह ने कहा- “हम या तो बेंगलुरु या फिर दिल्ली जाएंगे।”