नई दिल्ली,विजयेन्द्र दत्त गौतम: | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपनी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला किया है। CBSE बोर्ड ने अपनी 10वीं और 12वीं बोर्ड के जीवविज्ञान (बायोलॉजी) के प्रश्नपत्र पैटर्न में बदलाव किया है।

CBSE बोर्ड द्वारा 12वीं के बायोलॉजी पेपर में अब केस स्टडी संबंधित 10 फीसदी प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके अलावा 10वीं और 12वीं दोनों में 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव टाइप) प्रश्न रहेंगे। यहां बता दें कि इसमें मल्टीपल चॉइस वाले प्रश्न के साथ वन वर्ड आंसर और खाली स्थान भरने वाले प्रश्न भी पूछे जाएंगे।गौरतलब है कि अभी तक 12वीं कक्षा के जीवविज्ञान के पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का अनुपात केवल 10 फीसदी ही रहता है। लेकिन अब ऐसे प्रश्नों की संख्या ज्यादा रहेगी और ये अनुपात 20 फीसदी होगा। परीक्षा का ये नया पैटर्न 2021 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से लागू होगा। इन परीक्षाओं में 20 फीसदी ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न रहेंगे। बता दें कि 2020 में सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं के सभी विषयों में वस्तुनिष्ठ प्रश्न देना शुरू किया है। इनमें मल्टीपल चॉइस के साथ एक शब्द में उत्तर देना आदि शामिल है। इसके अलावा दो और तीन अंकों के लघु उत्तरीय और 6 अंकों के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न शामिल थे।CBSE बोर्ड ने नए सत्र में कई विषयों के चैप्टर में भी बदलाव किया है। 12वीं केमेस्ट्री (रसायन विज्ञान) की बात करें तो सॉलिड स्टेट चैप्टर में पी ब्लॉक के 15 ग्रुप टॉपिक पहले 11वीं कक्षा में पढ़ने होते थे, लेकिन नए बदलाव के तहत अब इस टॉपिक को 12वीं कक्षा में शामिल किया गया है। CBSE बोर्ड ने ये भी तय किया कि सभी स्कूल में स्कूल कॉरिकुलम कमिटी बनाई जाएगी और ये कमेटी सिलेबस में किए गए बड़े बदलावों के साथ प्रश्नपत्र पैटर्न में किए बदलाव की जानकारी से भी सभी को अवगत कराएंगे। बता दें कि CBSE बोर्ड इससे पहले कई विषयों के चैप्टर में बदलाव कर चुका है। गणित सिलेबस में कोर्स में अप्लाइड मैथ्स शुरू करने का फैसला कर चुका है। इसके अलावा रसायन विज्ञान, भौतिकी सहित अन्य विषयों के एग्जाम पैटर्न भी बदला है। ये तमाम परिवर्तन अगले सत्र से लागू किया जाएगा