शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और राज्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करते हुए निर्देश दिये कि सभी जिलों में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आइसोलेशन केंद्रों के लिए प्रभावी और व्यवस्थित योजना तैयार की जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों से आवाजाही को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए ताकि कोरोना वायरस को राज्य के अन्य हिस्सों में फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि सभी क्वारंटीन केंद्रों को संबंधित विभागों को सौंपने से पहले उन्हें अच्छी तरह से सेनेटाइज किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी पहली लड़ाई है, लेकिन इसके साथ ही स्थितियों को ध्यान में रखते हुए आर्थिक गतिविधियां आरम्भ करना भी आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटीन को और प्रभावी बनाने के लिए ऐसा तंत्र विकसित किया जाना चाहिए ताकि होम क्वारंटीन में रखे गए लोगों पर कड़ी नजर रखी जा सके और इसका किसी भी प्रकार का उल्लंघन न हो सके।

जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के भीतर मरीजों और किसानों की आवाजाही की आज्ञा दी जानी चाहिए ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि इस प्रकार की आवाजाही पर कड़ी नजर भी रखी जानी चाहिए ताकि इस सुविधा का कोई अनुचित लाभ न उठा सके।उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों को फसल कटाई के दौरान सामाजिक दूरी बनाएं रखने के प्रति भी जागरूक किया जाना चाहिए तथा कहा कि किसानों के उत्पाद की खरीद की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए। मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर.डी. धीमान, प्रमुख सचिव जे.सी. शर्मा और ओंकार चंद शर्मा और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू और सचिव रजनीश बैठक में शामिल हुए।