मेरठ में होने वाले पैरालंपिक खिलाडिय़ों के सम्मान समारोह के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 नवंबर का समय दिया है। बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम की तिथि घोषित होते ही अफसर युद्धस्तर पर तैयारियों में जुट गए हैं। कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह और आइजी ने सभी संबधित विभागों के अफसरों के साथ बैठक करके उन्हें जिम्मेदारियां सौंपी। बैठक में कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करके यादगार बनाने के लिए योजना तैयार की गई। कार्यक्रम में टोक्यो पैरालंपिक में पदक जीतने वाले देशभर के 17 खिलाडिय़ों के साथ प्रदेश के दो हजार से ज्यादा खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। बैठक के बाद अधिकारी मौके पर तैयारियों में जुट गए। अफसरों की कई टीमें खिलाडिय़ों के ठहरने के लिए भवनों की तलाश में देर रात तक जुटी रहीं।
यह बताया कमिश्नर ने
कमिश्नरी सभागार में आयोजित पुलिस, प्रशासन, खेल, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, जिला पूर्ति अधिकारी, युवा कल्याण समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि टोक्यो पैरालंपिक पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित करने की घोषणा प्रदेश सरकार ने की थी। यह कार्यक्रम मेरठ के कृषि विवि मोदीपुरम में होगा। मुख्यमंत्री 10 नवंबर को सुबह 11.30 बजे पहुंचकर दिव्यांग खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में प्रदेश के प्रत्येक जनपद से दिव्यांग खिलाडिय़ों को बुलाया जा रहा है। जिनका सम्मान किया जाएगा। कमिश्नर ने प्रत्येक विभाग को उससे संबंधित जिम्मेदारियां सौंपी।
स्वागत में सजेंगे चौराहे, स्कूली बच्चे करेंगे आगवानी
बैठक में तय किया गया कि सम्मान समारोह को भव्य और यादगार बनाया जाएगा। कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि स्कूल कालेज और उद्यमी कार्यक्रमों का आयोजित करेंगे। खिलाडिय़ों के स्वागत के लिए शहर के सभी चौराहों को सजाया जाएगा। प्रत्येक चौराहे पर स्कूली बच्चे खिलाडिय़ों पर पुष्पवर्षा करेंगे। कार्यक्रम भव्य होगा।
सभी डीएम को खिलाड़ी भेजने का आदेश
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारी को दिव्यांग खिलाड़ी भेजने का आदेश दिया है। खिलाडिय़ों को 9 नवंबर को सरकारी खर्च पर बसों के माध्यम से सुरक्षा और भोजन की व्यवस्था के साथ भेजने का आदेश है।
दो हजार खिलाड़ी, जुटेगी 5 हजार की भीड़
कार्यक्रम में शामिल होने वाले खिलाडिय़ों की जनपदवार सूची शासन द्वारा जारी की गई है। जिसके मुताबिक कार्यक्रम में दो हजार से ज्यादा खिलाड़ी शामिल होंगे। उनके साथ उनके परिवार के लोग तथा प्रत्येक जनपद के अधिकारी समेत कुल 5 हजार की भीड़ जुटेगी। इन सभी के रात में ठहरने की व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी मेरठ को नोडल बनाया गया है।
देर रात तक दौड़ते रहे अफसर
कार्यक्रम में शामिल होने वाले लगभग 5 हजार लोगों के रात में ठहरने की व्यवस्था की जिम्मेदारी मेरठ के कंधों पर है। लिहाजा अफसरों की टीम देर रात तक शहर भर में होटल, धर्मशाला, स्कूल कालेजों के साथ साथ ऐसे भवनों की तलाश में जुटी रही, जिनमें इन्हें ठहराया जा सकता है।