जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस ने बुधवार को नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया है। वहीं उनकी बेटी साफ‍िया को न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कल जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में फारूक अब्दुल्ला की बहन और उनकी बेटी समेत एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में लिया था।

राज्‍य में पाबंदियां लगने के बाद लालचौक में लगभग 72 दिन बाद यह पहला प्रदर्शन था। प्रदर्शनकारी महिलाओं में फारूक अब्दुल्ला की बहन सुरैया अब्दुल्ला, डॉ. फारूक अब्दुल्ला की बेटी साफिया अब्दुल्ला और जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस बशीर अहमद खान की पत्नी हव्वा बशीर शामिल थीं। सभी जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को रद करने, राज्य में अनुच्छेद-370 बहाल करने और जेलों में बंद सियासी हस्तियों की तत्काल रिहाई की मांग कर रही थीं।

प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हाथों और कंधों पर काली पट्टियां बांध रखी थीं और प्लेकार्ड उठा रखे थे। प्रेस एनक्लेव से यह महिलाएं नारेबाजी करते हुए लाल चौक स्थित घंटाघर के लिए रवाना हुई थीं। वहां मौजूदा महिला पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों के एक दस्ते ने उन्हें प्रेस एनक्लेव के बाहर रोक लिया लेकिन महिलाओं ने वहीं धरने पर बैठने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों ने इसकी भी अनुमति नहीं दी और उन्हें वहां से जाने के निर्देश दिए। महिलाओं के अडि़यल रुख को देखते हुए उन्‍हें हिरासत में ले लिया गया था।