ऋषिकेश, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अमरेंद्र शरण (70 वर्ष) का हृदयगति रुकने से निधन हो गया। वरिष्ठ अधिवक्ता अपनी पत्नी और पुत्री के साथ टिहरी जिले के नरेंद्रनगर स्थित आनंदा होटल में ठहरे हुए थे।
जानकारी के अनुसार, सोमवार तड़के उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें सुबह करीब 7:15 बजे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें सीपीआर विधि के जरिये उपचार देने का प्रयास किया। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ हरीश थपलियाल ने बताया कि इमरजेंसी में उन्हें लाया गया था। चिकित्सकों के मुताबिक उनकी रास्ते में ही मृत्यु हो गई थी। उनके पार्थिव शरीर को उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
पार्थिव शरीर यहां से गाजियाबाद ले जाया जाएगा। वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेंद्र शरण अगस्त 2004 से जून 2009 के बीच 5 वर्ष के लिए भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल के रूप में काम कर चुके थे। उन्होंने कोलगेट मामले में सर्वोच्च न्यायालय में पेश होने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो के विशेष अधिवक्ता के रूप में भी काम किया। वर्ष 2017 में उन्हें महात्मा गांधी की हत्या की फिर से जांच करने की मांग करने वाली याचिका में शीर्ष अदालत की सहायता के लिए एमिकस क्यूरीया के रूप में नियुक्त किया गया था। यह याचिका इस वर्ष मार्च में खारिज हो चुकी है।