पिछले कुछ वर्षों में देश के ग्रामीण इलाकों तक बैंकिंग सेवाओं की पहुंच बढ़ी है। सुदूर इलाकों में भी लोग आज यूपीआई सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। प्राइवेट सेक्टर के लीडिंग बैंकों में शुमार आईसीआईसीआई बैंक ने भी गांव एवं दूर-दराज के कस्बों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर्स (सीएससी) के साथ करार किया है। सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि इस करार के तहत बैंक सुदूर इलाकों में काम कर रहे सीएससी को बैंकिंग कॉरेस्पांडेंट के तौर पर अपने साथ जोड़ेगा।

आईसीआईसीआई बैंक के ग्राहकों को मिलेगी यह सुविधा

इस साझेदारी के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग सीएससी (साझा सेवा केंद्रों) के जरिए अपने बैंक खातों में रुपये जमा कर पाएंगे। इसके साथ ही रुपये की निकासी एवं किसी और खाते में पैसा ट्रांसफर भी हो सकेगा। इसके अलावा इन केंद्रों पर आपको बैंक की टर्म डिपोजिट योजनाओं में निवेश एवं कम मूल्य के लोन जैसी सुविधाएं भी मिल सकेंगी।

बैंक की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पाएंगे सीएससी

आईसीआईसीआई बैंक ने कहा है कि वह टेक्नोलॉजी के आधार पर चलने वाला बैंक है। इसलिए इस करार के तहत वह सीएससी को अपनी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने की छूट देगा। बैंक की टेक्नोलॉजी करते हुए बैंक अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेंगे।

सीएससी एसपीवी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर दिनेश त्यागी ने कहा, ”सीएससी वित्तीय सेवाओं और उत्पादों के डिलिवरी प्वाइंट की तरह काम करता है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। आईसीआईसीआई बैंक के साथ जुड़ने से सीएससी के जरिए वित्तीय सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने एवं वित्तीय रूप से समावेशी समाज को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।”

आईसीआईसीआई बैंक प्राइवेट सेक्टर का लीडिंग बैंक है। बैंक की स्थापना आज से 25 साल पहले पांच जनवरी, 1994 को हुई थी। यह बैंक एक बड़ा नियोक्ता भी है और यहां करीब 85,000 लोग काम करते हैं।