पर्वतीय क्षेत्रों के ऊंचाई वाले इलाकों में दूसरे दिन भी भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। केदारनाथ में 6 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। सीमांत जिले उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण 35 से अधिक गांव अलग थलग पड़ गए हैं। गंगा व यमुना घाटी के 55 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे के अलावा 10 संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। नई टिहरी जिला मुख्यालय सहित जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। बर्फबारी से चंबा-मसूरी मोटर मार्ग सहित आधा दर्जन मोटर मार्ग बाधित हो गए।

दो दर्जन से अधिक गांवों में जनजीवन अस्त व्यस्त

चमोली जिले में बर्फबारी लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। पैदल रास्ते, सड़क मार्ग व विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। घाट विकासखंड के रामणी गांव से चरबंग के लिए निकली बरात में शामिल बरातियों को बर्फबारी के चलते वापसी के दौरान 20 किमी पैदल चलना पड़ा। औली में पर्यटकों ने रोपवे व चेयर लिफ्ट व स्कीइंग का लुफ्त उठाया।

बर्फबारी से सड़कें बंद,  पर्यटकों की मुश्किलें बढ़ी

चमोली जिले में विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली-चोपता जाने वाला एक मात्र सड़क मार्ग बंद होने से पर्यटकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। औली पहुंचने के लिए पर्यटक रच्जू मार्ग से सफर कर रहे हैं, लेकिन गोपेश्वर-चोपता मोटर मार्ग के चोपता के जंगल में बंद होने से पर्यटक वापस गोपेश्वर लौट रहे हैं। बंद हुए सड़क मार्गों को यातायात के लिए सुचारू करने के लिए फिलहाल प्रशासन की ओर से अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे सुक्की से आगे गंगोत्री तक बंद

उत्तरकाशी में गुरुवार से शुरू हुई बर्फबारी शनिवार तड़के तक जारी रही। बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे सुक्की से आगे गंगोत्री तक बंद है। यमुनोत्री हाईवे राडी टाप व स्यानाचट्टी से जानकी चट्टी के बीच बर्फबारी के कारण बंद है। इसके साथ ही जनपद के 10 संपर्क मार्ग भी बंद है। उत्तरकाशी देहरादून मार्ग  मौरियाना सुवाखोली के बीच बंद है, जबकि बर्फबारी से जनपद के 35 से अधिक गांव अलग थलग पड़ गए हैं। बर्फबारी से मोरी, पुरोला, नौगांव व भटवाड़ी ब्लाक के करीब 60 गांवों में बिजली गुल हो गई है।

ये मार्ग हैं बाधित

उत्‍तरकाशी में बर्फबारी से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुक्खी टॉप से आगे गंगोत्री तक, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राड़ी टॉप तथा स्यानचट्टी से आगे जानकीचट्टी तक, बनचौरा दिवारीखोल मार्ग पत्थरखोल में, देहरादून सुवाखोली मोटर मार्ग मोरियाना टॉप में और लंबगांव मोटरमार्ग संकूर्णाधार से आगे बर्फबारी के कारण अवरुद्ध है। वहीं, टिहरी में आज बर्फबारी नहीं हुई, लेकिन धनोल्टी मार्ग कल से ही बंद है। जौनपुर ब्लॉक ओर भिलंगना ब्लॉक सहित जिले में कई स्थानों पर बिजली गुल। चमोली में नंदप्रयाग देवखाल मोटर मार्ग भूस्खलन से बंद है।

बारिश से गिरा होटल का एक हिस्‍सा

मसूरी मॉल रोड पर कुलडी बाजार मे बीती देर रात पुराने भवन के होटल रीगल का एक हिस्सा बारिश के दौरान भरभरा कर गिरा। जिससे इसके समीप के दूसरे होटल रॉकवुड एवं मोहल्ले का रास्ता बंद हो गया। होटल के क्षतिग्रस्‍त वाले हिस्से में कोई पर्यटक नहीं था। बाकी अन्य में कुछ लोग थे, लेकिन किसी को कोई चोट नहीं लगी है।

तराई भाबर में कड़ाके की सर्दी के असर

हल्द्वानी में घने बादल छाए हुए हैं। बर्फीली हवाओं से मौसम में ठंडक घुली है। शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिन तराई भाबर में कड़ाके की सर्दी का असर बना रहेगा। बादल धीरे धीरे छंटने लगेंगे। वहीं, चीन सीमा पर सथित अंतिम भारतीय कुटी में 150 सेमी, कालापानी में 90 सेमी, गुंजी और गर्ब्याग में 50-50 सेमी, छियालेक् में 75 सेमी., गाला में 35 सेमी और लामारी में 10 सेमी हिमपात हुआ है। मिलम और रालम में भी 150 सेमी हिमपात हुआ।