नई दिल्ली,(विजयेन्द्र दत्त गौतम): हैदराबाद में एक सड़क पर कोरोना के एक संदिग्ध मरीज की लाश मिली। बताया जाता है कि 77 साल का ये बुजुर्ग प्रवासी मजदूर था। इनकी लाश 12 घंटे तक सड़क पर पड़ी रही। बाद में पुलिस यहां पहुंची और फिर लाश को एक प्लास्टिक में लपेटा गया। पुलिस ने तुरंत कोरोना टीम को इसकी सूचना दी, लेकिन अधिकारी घटना स्थल पर एक दिन के बाद पहुंचे। पुलिस को पॉकेट से एक पर्चा मिला जिस पर लिखा था कि ये कोरोना का संदिग्ध मरीज था। अधिकारियों के मुताबिक, पहले इनकी जांच किंग कोटी सरकारी अस्पताल में हुई। बाद में उन्हें कोरोना की जांच के लिए दूसरे हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। लेकिन जब तक उन्हें ले जाने के लिए एम्बुलेंस का इंतज़ाम किया जाता वो वहां से गायब हो गया। हैरानी की बात ये है कि अस्पताल प्रशासन को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि आखिर कोरोना का कोई संदिग्ध मरीज वहां से कैसे गायब हो गया। जानकारी के अनुसार देश भर में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से 34 लोगों की मौत हुई है, जबकि 909 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस के संक्रामण से अब तक 273 की जान जा चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को 166 नए केस सामने आए है, जिसके बाद यहां कोविड-19 के मामले बढ़कर 1069 हो गए हैं।
12 घंटे से पड़ी लाश की जेब से मिला कोरोना संदिग्ध होने का पर्चा
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