नए वर्ष में देहरादून से दिल्ली के बीच सीएनजी बस के सफर की सौगात मिलने वाली है। दून में गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गेल) के साथ सीएनजी लाइन बिछाने जा रही इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आइजीएल) ने प्रारंभिक चरण में पांच सीएनजी बसों का करार राज्य परिवहन निगम के साथ किया है। पांचों बसें अनुबंध पर संचालित होंगी और परिवहन निगम प्रति किलोमीटर के हिसाब से लगभग साढ़े तीन रुपये आजीएल को भुगतान करेगा। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि अगले 10-12 दिन में ये बसें दून पहुंच जाएंगी व संभवत: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इन बसों को हरी झंडी दिखाएंगे।

केंद्र सरकार ने दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने के लिए चार ग्रीन कॉरीडोर बनाने का निर्णय लिया है। इसमें एक कॉरीडोर दिल्ली से देहरादून भी है। बाकी चार कॉरीडोर में दिल्ली से जयपुर, आगरा और चंडीगढ़ को सम्मिलित किया गया है।

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में मंगलवार को इन चारों कॉरीडोर में आधुनिक तकनीक से लैस आइजीएल की ‘टू-बाइ-टू’ सीएनजी बसें चलाने की योजना का शुभारंभ किया। इनमें उत्तराखंड के संग अभी पांच बसों का करार हुआ है। बस में एक बार में लगभग 275 किलो सीएनजी भरी जाएगी।

रोडवेज अफसरों ने बताया कि एक बार टैंक फुल कराने पर एक बस दून-दिल्ली के दो फेरे लगा सकती है। डीजल के मुकाबले बसों पर कम खर्च आएगा। एक बस की कीमत करीब 40 लाख रुपये बताई जा रही। बसों में 45 सीटें लगी हैं व सीटों के बीच काफी स्पेस है जिससे यात्रा आरामदायक रहेगी।

नई बसें देंगी ज्यादा माइलेज

रोडवेज अफसरों के मुताबिक अब तक जो सीएनजी बसें चल रहीं थीं वे एक बार टैंक फुल कराने पर 250-300 किमी तक चल सकती थीं, लेकिन जो नई बस लांच की गई है यह एक बार टैंक फुल होने की स्थिति में 1000-1100 किमी तक माइलेज देंगी।

इसमें सामान्य सीएनजी गैस सिलेंडर से 70 फीसद हल्के सिलेंडर लगाए गए हैं। ये बसें सेमी-डीलक्स हैं और इनमें सीटें भी दो-दो की कतार में हैं। निगम इन बसों को साधारण किराए पर चलाने की योजना बना रह है। निगम को इस बस से प्रति माह एक लाख की आय का अनुमान है। इन बसों में चालक व परिचालक रोडवेज के रहेंगे।