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हिमाचल प्रदेश: कोरोना महामारी के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के दृष्टिगत हिमाचल (Himachal)सरकार ने प्रदेश के 4 जिलों कांगड़ा, ऊना, सोलन और सिरमौर में 27 अप्रैल मध्य रात्रि से 10 मई, 2021 तक रात्रि 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आज यहां मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।

हिमाचल (Himachal)आने वालों को 72 घंटों के भीतर आरटीपीसीआर परीक्षण करना अनिवार्य

राज्य में आने वाले सभी आगन्तुकों को 72 घंटों के भीतर आरटीपीसीआर परीक्षण अनिवार्य करने का भी निर्णय लिया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य में आने वाले किसी व्यक्ति ने यदि कोविड आरटीपीसीआर परीक्षण नहीं करवाया है तो उसे अपने निवास स्थान पर 14 दिन तक होम क्वारन्टीन रहना होगा। उनके पास घर आने के 7 दिन के बाद स्वयं परीक्षण करवाने का विकल्प भी होगा और यदि परीक्षण नेगेटिव पाया जाता है तो उन्हें होम क्वारन्टीन में रहने की आवश्यकता नहीं है।

उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे विशेष कार्यदल 

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय निकाय अपने-अपने क्षेत्र में मानक संचालन प्रक्रिया और दिशा-निर्देशों को प्रभावी रूप से लागू करने में शामिल होंगे और उनके पास उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार होगा ताकि कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सके। बैठक में स्थानीय स्तर पर विशेष कार्यदल गठित किए जाने का निर्णय लिया गया ताकि सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक समारोहों के दौरान मानक संचालन प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। इन दलों को सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अधिकार होगा। राज्य सरकार समय-समय पर स्थितियों का समीक्षा करके उचित निर्णय लेगी। शहरी विकास मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज, तकनीकी शिक्षा और जनजातीय विकास मंत्री श्री रामलाल मारकण्डा, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, वन मंत्री श्री राकेश पठानिया, मुख्य सचिव श्री अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी और अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

बर्फबारी और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मूल्यांकन करें उपायुक्त : मुख्यमंत्री जी

हिमाचल(Himachal)  में बे-मौसमी बर्फबारी, ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण फसलों और फलों को हुए भारी नुकसान की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी की अध्यक्षता में आज यहां एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री जी ने राज्य के उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिले में फसलों को हुए नुकसान का मूल्यांकन करें ताकि राहत प्राप्त करने के लिए नुकसान की रिपोर्ट केंद्र को भेजी जा सके। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य के लगभग सभी जिलों में बे-मौसमी बर्फबारी, ओलावृष्टि और बारिश से सेब, गेहूं और मटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है, जो चिंता का विषय हैं। उन्होंने उपायुक्तों को यह भी निर्देश दिए कि वे बीमा एजेंसियों को फसल बीमा योजना के अन्तर्गत कवर की गई फसलों के नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए अपने एजेंटों को कहें ताकि किसानों को शीघ्र मुआवजा प्रदान किया जा सके।