शिमला,(विजयेन्द्र दत्त गौतम) :मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने विधायकों से उनके क्षेत्र के लोग जो बाहरी राज्यों में फंसे है और अपने घर वापस आना चाहते हैं, की सूची पहले से तैयार करने को कहा, ताकि कोविड-19 की रोकथाम के लिए उनके परिवारों को सामाजिक दूरी पृथीकरण (आइसोलेशन) के महत्व केे बारे में पहले से ही जागरूक किया जा सके।
यह बात आज यहां मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाजपा के विधायकों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लगभग एक लाख लोग हिमाचल प्रदेश वापस पहुंच गए हैं और अन्य 60 हजार हिमाचली अगले कुछ दिनों में प्रदेश वापस पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न भागों में फंसे हुए प्रदेशवासियों की सुरक्षा की जिम्मदारी प्रदेश सरकार की है, साथ ही यह सुनिश्चित किया है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोग किसी प्रकार का संक्रमण न ले आएं, जो दूसरों के लिए नुकसानदायक हो। उन्होंने कहा कि विधायक बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर बारीकी से निगरानी रखें और उन्हें क्वारंटीन पर रहने के लिए प्रेरित करें।
जय राम ठाकुर ने कहा कि विधायक पंचायतों के प्रधानों और क्षेत्र के अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को क्वारंटीन में रखने के सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जा सकें। उन्होंने कहा कि विधायक यह भी सुनिश्चित करें कि उनके सम्बन्धित क्षेत्रों की जनता सामाजिक दूरी का पालन करें और फेस कवर पहनें। उन्होंने कहा कि इस महामारी के कारण देश और प्रदेश की आर्थिकी पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर विकासात्मक कार्यों और आर्थिकी गतिविधियां सृजित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जनता को इस पैकेज के बारे में शिक्षित करने के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि उन्हें इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश को इस पैकेज से अपार लाभ मिलेगा, क्योंकि प्रदेश के 95 प्रतिशत उद्योग एमएसएमई श्रेणी के अन्तर्गत आते हैं और प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि देश की स्थिति अन्य विकसित देशों से बेहतर है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समय पर लिए गए दूरदर्शी निर्णयों को जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सम्पूर्ण लाॅकडाउन के निर्णय के कारण ही इस महामारी कोे फैलने से रोकने में सहायता मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मजदूर श्रेणी को लाभ पहुंचाने के लिए अपने स्तर पर ही कुछ निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बीपीएल/प्राथमिकता वाले परिवारों के लाभार्थियों के चयन के लिए ऊपरी आय सीमा को बढ़ाकर 45000 रुपये प्रस्तावित किया। इससे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम परिवारों की संख्या 1,50,000 तक बढ़ जाएगी, जिससे वे 3.30 रुपये प्रति किलो गेहूं आटा और 2 रुपये प्रति किलो चावल रियायती दरों पर लेने के लिए पात्र हो जाएंगे।
जय राम ठाकुर ने विधायकों को राजनीति पर आधारित विपक्ष द्वारा सोशल मीडिया और अन्य तरीकों से किया जा रहे दुष्प्रचार का जबाव जनता के सामने वास्तविक तथ्यों को रख कर देने को कहा।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों का वीडियो कांन्फ्रेंसिंग में स्वागत किया।
राज्य भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री को राज्य में कोविड-19 महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की कड़ी मेहनत के कारण ही संभव हुआ है कि हिमाचल प्रदेश इस महामारी में अच्छी स्थिति वाले राज्यों में शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा ने लगभग 1.10 लाख मोदी राशन किट और 18 लाख फेस मास्क जरूरतमंद लोगों को वितरित किए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने लगभग 10 करोड रुपये पीएम केयर्ज और स्टेट कोविड फंड में दिए हैं।
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल और विधायक नाचन विनोद कुमार वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के दौरान ओक ओवर में मौजूद थे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, शहरी विकास मंत्री सरवीन चैधरी, कृषि मंत्री राम लाल मारकण्डा, ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर, वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और भाजपा के सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों से वीडियो कांन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए और अपने विचार साझा किए।